भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। कोरोना की दूसरी लहर के चलते पिछले साढ़े तीन महीन से बंद रहने वाला विश्व प्रसिद्ध कोणार्क मंदिर सोमवार से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। विशेष गाइडलाइन के बीच आज से कोणार्क मंदिर के अन्दर ऑनलाइन लिए गए टिकट के बार कोड स्कैन कर पर्यटक प्रवेश कर रहे हैं।
केन्द्र सरकार की कोविड मार्गदर्शिका के मुताबिक पर्यटकों के लिए मास्क को अनिवार्य किया गया है। सैनिटाइजिंग, थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है। एक दिन में दो बार में दो हजार पर्यटकों को कोणार्क मंदिर के अन्दर प्रवेश करने की अनुमति दी गई है। सूर्य मंदिर में प्रवेश करने के लिए ऑनलाइन टिकट की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही मंदिर के सामने लगाए गए बार कोड को खुद अपने मोबाइल में स्कैन कर टिकट लेने की व्यवस्था की गई है।
जानकारी के मुताबिक आज सुबह 6 बजे सूर्य मंदिर का गेट खुलने के बाद पर्यटकों ने कतारबद्ध होकर मंदिर में प्रवेश करना शुरू किया। यहां उल्लेखनीय है कि सरकार ने कोणार्क मंदिर में पर्यटकों के प्रवेश की अनुमति तो दे दी है मगर स्थानीय गाइड, फोटोग्राफर, हथकरघा व्यवसायी आदि को अनुमति नहीं दी है। ऐसे में इनके बीच निराशा का माहौल है। पर्यटकों को भी कोणार्क मंदिर में फोटोग्राफरों से फोटो ना खिंचवाने का मलाल हो रहा है। ऐसे में सूर्य मंदिर खोलने के निर्णय का कोणार्क के लोगों ने स्वागत किया है। लोगों को उम्मीद जगी है कि एक बार फिर जीवन जीविका सामान्य हो जाएगी।
गौरतलब है कि राज्य सरकार की तरफ से अगस्त महीने के लिए जारी की गई गाइडलाइन के मुताबिक मंगलवार से समलेश्वर मंदिर को भी खोल दिया गया है। इसके साथ ही बुधवार से नंदनकानन को भी खोलने की चर्चा चल रही है। 5 अगस्त को भीतरकनिका उद्यान भी पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। अगस्त गाइडलाइन के मुताबिक पूरे राज्य में आज से अनलॉक प्रक्रिया शुरू हुई है। हालांकि भुवनेश्वर, कटक एवं पुरी में साप्ताहिक शटडाउन अभी भी जारी रहेगा।