मंत्री योगेश पटेल (Yogesh Patel) पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा कि गुजरात की भाजपा सरकार के पास इस तरह का नियम बनाने का अधिकार नहीं है.
अहमदाबाद: गुजरात के मंत्री और भाजपा के नेता योगेश पटेल (Yogesh Patel) ने कोरोना वैक्सीनेशन के लिए ऐसा सुझाव दिया कि वे विवादों में घिर गए. मंत्री ने सुझाव दिया कि केवल उन्हीं लोगों को केंद्रीय योजना के तहत फ्री राशन मिलना चाहिए, जिन लोगों का Covid-19 टीकाकरण हो चुका है.
कांग्रेस ने साधा निशाना
मंत्री योगेश पटेल (Yogesh Patel) पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा कि गुजरात की भाजपा सरकार के पास इस तरह का नियम बनाने का अधिकार नहीं है, क्योंकि केंद्र ने पब्लिक वेलफेयर पॉलिसी के तहत किसी भी योजना का लाभ उठाने के लिए कोरोना वायरस के टीकाकरण को अनिवार्य नहीं बनाया है. पटेल ने वड़ोदरा में कहा कि वह मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और वडोदरा के नए जिलाधिकारी से मिलकर ‘नई योजना’ शुरू करने पर चर्चा करेंगे, ताकि टीकाकरण में तेजी लाई जा सके.
क्या कहा मंत्री ने
मंजालपुर के विधायक और नर्मदा एवं शहरी विकास विभाग के राज्यमंत्री ने कहा, ‘वह नए जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री से मिलकर नई योजना लाने के लिए कहेंगे. केंद्र सरकार ने हाल में घोषणा की थी कि दिवाली तक फ्री राशन वितररित किया जाएगा. मेरा सुझाव है कि फ्री राशन उन्हीं लोगों को दिया जाए जिन लोगों ने टीका लगवा लिया है.’
केंद्र ने नहीं बनाया ऐसा कोई नियम
वडोदरा के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अमी रावत ने मंत्री के सुझाव को ‘बकवास’ करार दिया. वडोदरा नगर निगम में विपक्ष के नेता रावत ने कहा, ‘यह बकवास सुझाव है. जब केंद्र ने योजनाओं का लाभ लेने के लिए टीकाकरण को अनिवार्य नहीं बनाया है तो गुजरात के एक मंत्री ऐसा सुझाव क्यों दे रहे हैं? केंद्र में भाजपा दावा करती है कि वह गरीबों को नि:शुल्क खाद्यान्न देगी, वहीं भाजपा के स्थानीय नेता ऐसे सुझाव दे रहे हैं कि गरीबों को यह नहीं मिले.’