आरटी-पीसीआर टेस्टिंग (RT-PCR testing) को उपयुक्त बनाने के उपायों की सिफारिश करते हुए सरकार ने कहा है कि अब ऐसे किसी भी व्यक्ति का आरटी पीसीआर टेस्ट दोहराया नहीं जाना चाहिए जिसने एक बार यह टेस्ट करवाया हो और वह कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) पाया गया हो.
चंडीगढ़. पंजाब सरकार ने कोरोना महामारी (Corona epidemic) की दूसरी लहर के दौरान कोविड-19 टेस्ट संबंधी नई एडवाइजरी (New advisory) जारी की है. आरटी-पीसीआर टेस्टिंग (RT-PCR testing) को उपयुक्त बनाने के उपायों की सिफारिश करते हुए सरकार ने कहा है कि अब ऐसे किसी भी व्यक्ति का आरटी पीसीआर टेस्ट दोहराया नहीं जाना चाहिए जिसने एक बार यह टेस्ट करवाया हो और वह पॉजिटिव पाया गया हो.
इस समय असाधारण ढंग से बढ़ रहे कोरोना के मामलों का बोझ और स्टाफ के कोविड-19 संक्रमित होने के कारण लैब्स को टेस्टिंग के निश्चित लक्ष्य पूरे करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. सरकार ने कहा है कि इस स्थिति के मद्देनजर यह बहुत जरूरी है कि आरटीपीसीआर टेस्टिंग को उपयुक्त बनाया जाए और इसके साथ ही सभी नागरिकों के लिए टेस्ट की पहुंच और उपलब्धता को बढ़ाया जाए.
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा है कि नए दिशा-निर्देशों के मुताबिक इसी तरह स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की डिसचार्ज पॉलिसी के अनुसार कोविड-19 से उभर चुके व्यक्तियों को अस्पताल से छुट्टी देते समय टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं है.
सिद्धू ने कहा कि टेस्ट की पहुंच और उपलब्धता को बेहतर बनाने के उपाय के लिए भारत में जून 2020 दौरान कोविड-19 टेस्टिंग के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट की सिफारिश की गई थी. इन टेस्टों का प्रयोग इस समय सिर्फ कंटेनमेंट जोन और स्वास्थ्य देखभाल केंद्र तक ही सीमित है. आरएटी के द्वारा 15-30 मिनटों का नतीजा पता लग जाता है और इस तरह मामलों की तत्काल पड़ताल करने, मरीज को एकांतवास भेजने और संचार को रोकने पर जल्द इलाज करने का मौका मिलता है.
पॉजिटिव पाए गए मरीज का दोबारा टेस्ट जरूरी नहीं
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आर.ए.टी. (रैट) टेस्टिंग आईसीएमआर की एडवाइजरी के अनुसार ही की जानी चाहिए और रैट द्वारा पॉजिटिव पाए गए लक्षणों वाले व्यक्ति का दोबारा टेस्ट नहीं किया जाना चाहिए बल्कि उसको आई.सी.एम.आर. के दिशा-निर्देशों मुताबिक घरेलू देखभाल की सलाह दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि रैट द्वारा नेगेटिव पाए गए लक्षणों वाले व्यक्तियों को आरटी पीसीआर टेस्ट की सुविधा देनी चाहिए और उसको घर में एकांतवास का पालन करते हुए इलाज करवाना चाहिए.