कई बार खानपान और सेहत का ध्यान रखने के बाद भी आप या परिवार के सदस्य अक्सर बीमार पड़ जाते हैं. इसके लिए घर का वास्तु दोष भी जिम्मेदार हो सकता है. वास्तु से जुड़ी किन कमियों की वजह से ऐसा होता है, यहां जानें.
नई दिल्ली: इस वक्त देश भर में ज्यादातर लोगों को सिर्फ एक ही चीज की चिंता सता रही है और वह है उनकी सेहत. कोरोना महामारी (Coronavirus) जैसे संकट के समय बीमार पड़ने से बचना है तो अपनी सेहत को बनाए रखना बेहद जरूरी है. लेकिन आपने भी यह बात जरूर नोटिस की होगी कि कई बार अपना और परिवार के सदस्यों का पूरा ख्याल रखने के बाद भी कोई न कोई अक्सर घर में बीमार ही रहता है (People getting sick often). घर में मौजूद वास्तु दोष (Vastu Dosh) भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है. वास्तु से जुड़ी किन दिक्कतों की वजह से बीमारियां आपका पीछा नहीं छोड़तीं, इस बारे में यहां जानें.
वास्तु से जुड़े ये दोष बढ़ाते हैं बीमारी का खतरा
1. अगर आपके घर के मेन गेट के बाहर कोई गड्ढा है तो उसे तुरंत भरवा दें क्योंकि इसकी वजह से भी वास्तु दोष होता है. ऐसा न करने पर परिवार के मुखिया समेत अन्य सदस्यों को भी शारीरिक और मानसिक बीमारियां (Physical and Mental Disease) होने का खतरा बना रहता है. साथ ही घर के मेन गेट को हमेशा साफ सुथरा रखें. घर के सामने मौजूद गंदगी भी वास्तु दोष का कारण बनती है.
2. घर के मध्य भाग यानी बीचों बीच के स्थान को ब्रह्मस्थान (Brahmsthan) के रूप में जाना जाता है. पुराने जमाने पर ब्रह्मस्थान पर खुला आंगन होता था. लेकिन आज के समय यह संभव नहीं है इसलिए जहां तक संभव हो घर के ब्रह्मस्थान को खाली ही रखें. अगर आपने वहां कोई भारी भरकम फर्नीचर रखा है तो इससे भी वास्तु दोष हो सकता है. घर के बीचों बीच सीढ़ियां होना भी वास्तु दोष का कारण है. सीढ़ियां हमेशा किनारे या कोने से शुरू होनी चाहिए.
3. उत्तर पूर्व दिशा (North East Direction) जिसे ईशान कोण भी कहते हैं देवताओं का स्थान माना जाता है. आपके घर में अगर इस दिशा में टॉयलेट या फिर सीढ़ियां बनी हों तो यह भी एक बड़ा वास्तु दोष माना जाता है. इस वजह से भी परिवार के सदस्यों को मानसिक तनाव हो सकता है या फिर परिवार के सदस्य अक्सर बीमार रह सकते हैं. देव स्थान पर बना टायलेट घर की महिलाओं को संतान सुख से भी वंचित कर सकता है.
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4. वास्तु शास्त्र में दक्षिण-पूर्व (South East) दिशा को आग्नेय कोण के रूप में भी जाना जाता है और अगर आपका रसोई घर यानी किचन इस दिशा में नहीं है तो परिवार के सदस्य अक्सर बीमार रहते हैं, खासकर परिवार में कमाने वाला मुख्य व्यक्ति. लिहाजा रसोई हमेशा आग्नेय कोण में होनी चाहिए. लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो आग्नेय कोण में रोजाना लाल रंग की मोमबत्ती जलाने से परिवार के सदस्यों की सेहत अच्छी बनी रहती है.
(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)