इस नई टेक्नोलॉजी को डिफेंस एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी (डीएआरपीए) ने विकसित किया है. इस टीम को लीड करने वाले पैंडेमिक एक्सपर्ट रिटायर्ड कर्नल डॉ. मैट हैपबर्न ने यह दावा भी किया कि कोविड-19 अंतिम महामारी होगी.
वॉशिंगटन. भारत-अमेरिका समेत तमाम देश कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के कहर से जूझ रहे हैं. कोरोना को फैलने से रोकने के लिए तमाम देशों में वैक्सीनेशन का काम जोरों पर है. इस बीच अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन (Pentagon) के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी माइक्रोचिप (Microchip) बनाई है और ऐसी टेक्नोलॉजी डेवलप की है, जो शरीर में ही कोरोना वायरस को डिटेक्ट कर लेगा. इस माइक्रोचिप को लगाते ही ये आपके शरीर में कोरोना के लक्षण को बेहद आसानी से पहचान लेगी और बाद में वायरस को फिल्टर के जरिए खून से निकाल लिया जाएगा.
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस नई टेक्नोलॉजी को डिफेंस एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी (डीएआरपीए) ने विकसित किया है. इस टीम को लीड करने वाले पैंडेमिक एक्सपर्ट रिटायर्ड कर्नल डॉ. मैट हैपबर्न ने यह दावा भी किया कि कोविड-19 अंतिम महामारी होगी.
रिपोर्ट के मुताबिक डॉ. मैट हैपबर्न ने कहा, ‘अब हम भविष्य में किसी भी तरह के जैविक और रासायनिक हमले से बचाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं. इस माइक्रोचिप को शरीर के किसी भी हिस्से में त्वचा के नीचे लगाया जा सकता है. यह शरीर में होने वाली हर तरह की रासायनिक प्रतिक्रिया बताएगी और उसके द्वारा भेजे जाने वाले संकेत बताएंगे कि आप कितनी देर में संक्रमित होने वाले हैं.’
कैसे काम करेगा माइक्रोचिप?
डॉ. हेपबर्न के मुताबिक, ‘चिप में एक जेल डाला गया है, जो कि कुछ हद तक टिश्यू जैसा दिखता है. इसे इस तरह बनाया गया है कि यह खून की लगातार जांच कर रिपोर्ट देगा. इसका रिजल्ट भी 3 से 5 मिनट के अंदर आपको मिल जाएगा. हमने इसके लिए पेंटागन की ही एक सहयोगी पैथोलॉजी संस्था के सहयोग से खून की जांच के लिए डायलिसिस की तरह एक मशीन विकसित की है.
हेपबर्न के मुताबिक, एक सैन्यकर्मी ‘पेशेंट-16’ पर इसका ट्रायल किया गया है. इस मशीन के जरिए उसके खून से वायरस को पूरी तरह खत्म कर दिया और वह बिल्कुल ठीक है. उन्होंने बताया कि अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने इस मशीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी भी दे दी है.