लॉकडाउन की चर्चा तेज होते ही बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है. ऐसे में यात्रियों के मन में सवाल है कि क्या ट्रेन में चढ़ने के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट होना जरूरी है? रेलवे ने इसका जवाब दिया है.
नई दिल्ली: कोरोना लॉकडाउन (Corona Lockdown) की आहट के बीच प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि क्या ट्रेन में सफर करने के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट (Corona Negative Report) की जरूरत है? तो हम बता दें कि इसका जवाब ‘ना’ है.
कुछ राज्यों में एंट्री पर नेगेटिव रिपोर्ट जरूरी
रेलवे (Indian Railways) ने साफ किया है कि कोरोना के बढ़ते मामलों का असर फिलहाल रेल सेवाओं पर नहीं पड़ेगा. वहीं अभी तक ट्रेन से यात्रा करने के लिए कोविड-19 निगेटिव सर्टिफिकेट की जरूरत भी नहीं है. हालांकि कुछ राज्यों में एंट्री के लिए कोविड निगेटिव रिपोर्ट की जरूरत पड़ेगी. लेकिन ट्रेन में चढ़ने और सफर करने के लिए कोविड की रिपोर्ट नहीं दिखानी पड़ेगी.
‘ट्रेन बंद करने का अभी कोई प्लान नहीं’
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ सुनीत शर्मा ने कहा, ‘अभी रेल सर्विस को बंद करने या ट्रेनों की संख्या घटाने का कोई प्लान नहीं है. जो लोग ट्रेन में यात्रा करना चाहते हैं वो कर सकते हैं. उन्हें ट्रेन मिलने में कोई परेशानी नहीं होगी. अगर प्रवासी मजदूरों के पलायन के चलते ट्रेनों में भीड़ बढ़ती है तो हम तुरंत ट्रेन की संख्या बढ़ा देंगे. गर्मियों में भीड़ को देखते हुए हम कुछ ट्रेनें पहले ही शुरू कर चुके हैं. लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है.’
देशभर में शुरू हुईं 196 पैसेंजर ट्रेने
शर्मा ने आगे बताया कि जिस जगह ट्रेन में सफर के लिए वेटिंग लिस्ट 120 फीसदी के आसपास होगी वहां भीड़ कम करने के लिए खास ट्रेनें चलाई जाएंगी. पिछले 10 दिनों में भी हमने मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की 94 जोड़ी ट्रेनें अतिरिक्त चलाई गईं हैं. जबकि देश में और 196 पैसेंजर ट्रेनें भी शुरू की गई हैं. केवल गोरखपुर, पटना, दरभंगा, वाराणसी, गुहाटी, बरौनी, प्रयागराज, बोकारो, लखनऊ और रांची के लिए ज्यादा ट्रेनों की मांग है.