HEALTH

आंवला ही नहीं इसकी गुठली भी देती है सेहत को कई सारे फायदे

आंवले (Gooseberry) की तरह ही आंवले की गुठली (Seeds) का सेवन और इस्तेमाल शरीर की कई सारी दिक्कतों (Problems) को दूर करने में मदद करता है.

आंवले (Gooseberry) का सेवन तो आपने स्वाद और सेहत के लिए, सब्जी, अचार, मुरब्बा और चूर्ण के रूप में कई बार किया होगा. लेकिन क्या आपने कभी इसकी गुठली (Seeds) का सेवन किया है, और क्या आप जानते हैं कि आंवले की तरह ही इसकी गुठली के भी सेहत को ढेर सारे फायदे होते हैं ? अगर नहीं, तो आइये यहां जानते हैं कि आंवले की गुठली आपकी सेहत को सुधारने (Improvement) में किस तरह से मदद कर सकती है.

त्वचा रोग में फायदेमंद

आंवले की गुठली दाद-खाज और  खुजली जैसे त्वचा रोग से निजात दिलाने में काफी कारगर साबित होती है. इसके लिए आंवले की गुठली का चूर्ण बनाकर इसको नारियल के तेल में मिलाकर प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं. इसके साथ ही गुठली को जला कर इस राख नुमा पाउडर को नारियल के तेल में मिलाकर प्रभावित जगह पर लगाया जा सकता है.

नाक से खून आने पर
नकसीर फूटने की स्थिति में, नाक से खून आने की दिक्कत को कम करने में आंवले की गुठली काफी फायदा करती है. इसके लिए आंवले की गुठली को पानी में भिगोकर बारीक पीसकर, इस पेस्ट को माथे पर लगाने से राहत मिलती है.

ल्यूकोरिया से निजात दिलाने में

महिलाओं की बीमारी ल्यूकोरिया से निजात दिलाने में आंवले की गुठली काफी  मदद करती है. इसके लिए गुठलियों को पानी में भिगोकर कुछ देर रख दें. फिर इसको बारीक पीसकर पेस्ट बना लें. चौथाई चम्मच पेस्ट को एक गिलास पानी में मिलाएं और इसमें आधा चम्मच शहद मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं.

पथरी में आराम

पथरी की समस्या में भी आंवले की गुठली का सेवन फायदा पहुंचाता है. इस समस्या से निजात पाने के लिए आप आंवले की गुठली का चूर्ण बनाकर इसका सेवन कर सकते हैं.

इम्यूनिटी को मज़बूत करने के लिए

इम्यूनिटी को मज़बूत करने के लिए भी आंवले की गुठली का सेवन फायदा करता है. इससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और बीमारी होने का खतरा कम होता है.

पित्त और एसिडिटी की दिक्कत में

पित्त और एसिडिटी की दिक्कत को कम करने के लिए भी आप आंवले की गुठली का सेवन कर सकते हैं. इसके लिए आप आंवले की गुठली को रात भर पानी में भिगो कर रख दें. अगले दिन इसको पीसकर गाय के दूध में मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं.(Disclaimer: इसलेखमेंदीगईजानकारियांऔरसूचनाएंसामान्यमान्यताओंपरआधारितहैं. इनपरअमलकरनेसेपहलेसंबंधितविशेषज्ञसेसंपर्ककरें.)

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