RBI गवर्नर ने 2021-22 में देश की आर्थिक विकास दर यानी जीडीपी वृद्धि दर (GDP) 10.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. उन्होंने कहा कि 2020 में हमारे सामर्थ्य की परीक्षा हुई और 2021 में नए आर्थिक युग का निर्माण हो रहा है.
नई दिल्ली: होम लोन या पर्सनल लोन लेने वाले ग्राहकों के लिए एक राहत भरी खबर आ गई है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) ने मौजूद दरों में कोई भी बदलाव नहीं करने का फैसला किया है. यानी आपके लोन में ब्याज की दरें फिलहाल नहीं बढ़ेगी. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की.
रेपो रेट 4 फीसदी पर रहेगा बरकरार
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shashikanta Das) ने शुक्रवार को प्रमुख ब्याज दर रेपो रेट (Repo Rate) 4 फीसदी पर स्थिर रखने की घोषणा की. आरबीआई (RBI) की मौद्रिक नीति समिति यानी एमपीसी की बैठक में लिए गए फैसलों की घोषणा करते हुए दास ने कहा कि देश की आर्थिक विकास की संभावनाओं में काफी सुधार हुआ है और महंगाई दर 6 फीसदी के नीचे आई है.
भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछली बार 22 मई, 2020 को अपनी नीतिगत दर को संशोधित किया था, जिसमें ब्याज दर में कटौती कर अब तक के सबसे लो लेवल पर कर दिया है. केंद्रीय बैंक ने पिछले साल फरवरी से नीतिगत दरों में 115 आधार अंकों की कटौती की है.
GDP 10.5 फीसदी रहने का अनुमान
RBI गवर्नर ने कहा कि महंगाई दर 4 फीसदी के बैंड के नीचे लौट चुकी है. आरबीआई गवर्नर ने 2021-22 में देश की आर्थिक विकास दर यानी जीडीपी वृद्धि दर 10.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. उन्होंने कहा कि 2020 में हमारे सामर्थ्य की परीक्षा हुई और 2021 में नए आर्थिक युग का निर्माण हो रहा है.
बता दें कि रेपो रेट वो रेट है जिस पर बैंक भारतीय रिजर्व बैंक से कर्ज लेते हैं. बैंक इस लोन पर आरबीआई को जिस दर पर ब्याज चुकाते हैं, उसे रेपो रेट कहा जाता है.
फाइनेंशियल सेक्टर के लिए घोषणा
आरबीआई गवर्नर ने फाइनेंशियल सेक्टर के लिए अतिरिक्त उपाय किए हैं. NBFC को On Tap TLTRO के दायरे में डाला है.