Banking & PSU Fund Vs Bank FD: डेट फंड की एक खास कटेगिरी है बैंकिंग एंड पीएसयू फंड. असल में बैंकिंग एंड पीएसयू फंड को बैंक डिपॉजिट का सबसे अच्छा विकल्प कहा जाता है. ये स्कीमें अमूमन बैंक सर्टिफिकेट या बॉन्ड और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के डिबेंचर में निवेश करती हैं. इन्हें बैंक, पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (PSU) और पब्लिक फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस (PFI) द्वारा जारी किया जाता है. सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड आफ इंडिया (SEBI) के नियमों के मुताबिक बैकिंग और पीएसयू फंड्स को अपने कुल एसेट्स का कम से कम 80 फीसदी हिस्सा इसी तरह के संस्थाओं में निवेश करना होता है. ये एक तरह से ओपन एंडेड डेट स्कीम होती हैं.
एक्सपेंस रेश्यो कम, रिटर्न बेहतर
जानकारों के मुताबिक, ये फंड अधिक लिक्विडिटी वाले इंस्ट्रूमेंट में पैसा लगाते हैं. इन इंस्ट्रूमेंट की मेच्योरिटी की औसत अवधि कम होती है. बैंकिंग एंड पीएसयू डेट म्यूचुअल फंड कैटेगरी ने पिछले एक साल में औसतन 10.74 फीसदी, 3 साल में 8.38 फीसदी, 5 साल में 8.59 फीसदी और 10 साल में 8.77 फीसदी रिटर्न दिया है. यह लंबी अवधि वाले बैंक एफडी के मुकाबले 2.5 से 3 फीसदी तक ज्यादा है. सबसे अच्छी बात है कि इनका एक्सपेंस रेश्यो भी कम होता है.
ABSL बैंकिंग एंड पीएसयू डेट फंड
5 साल का रिटर्न: 9.54 फीसदी
5 साल में 1 लाख की वैल्यू: 1.58 लाख
लांच डेट: 1 जनवरी, 2013
लांच के बाद से रिटर्न: 9.91 फीसदी
मिनिमम इन्वेस्टमेंट: 1000 रुपये
एसेट्स: 12,702 करोड़ (30 जून, 2020)
एक्सपेंस रेश्यो: 0.35% (30 जून, 2020)
कोटक बैंकिंग एंड PSU डेट फंड
5 साल का रिटर्न: 9.29 फीसदी
5 साल में 1 लाख की वैल्यू: 1.56 लाख
लांच डेट: 1 जनवरी, 2013
लांच के बाद से रिटर्न: 9.41 फीसदी
मिनिमम इन्वेस्टमेंट: 5000 रुपये
एसेट्स: 7146 करोड़ (30 जून, 2020)
एक्सपेंस रेश्यो: 0.29% (30 जून, 2020)
निप्पॉन इंडिया बैंकिंग एंड PSU फंड
5 साल का रिटर्न: 9.25 फीसदी
5 साल में 1 लाख की वैल्यू: 1.56 लाख
लांच डेट: 15 मई, 2015
लांच के बाद से रिटर्न: 9.31 फीसदी
मिनिमम इन्वेस्टमेंट: 5000 रुपये
एसेट्स: 5211 करोड़ (30 जून, 2020)
एक्सपेंस रेश्यो: 0.31% (30 जून, 2020)
HDFC बैंकिंग एंड PSU फंड
5 साल का रिटर्न: 9.24 फीसदी
5 साल में 1 लाख की वैल्यू: 1.56 लाख
लांच डेट: 26 मार्च, 2014
लांच के बाद से रिटर्न: 9.35 फीसदी
मिनिमम इन्वेस्टमेंट: 5000 रुपये
एसेट्स: 6,416 करोड़ (30 जून, 2020)
एक्सपेंस रेश्यो: 0.36% (30 जून, 2020)
अभी क्यों है बेहतर विकल्प
बीएनपी फिनकैप कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर एके निगम का कहना है कि ब्याज दरें अगर कम होती है तो इन फंडों का रिटर्न बढ़ जाता है. ऐसे में मौजूदा हालात इन फंड के लिए बेहतर है. अभी रेपो रेट 4 फीसदी है. इस वित्त वर्ष दरों में और कटौती संभव है. क्योंकि अभी कोविड 19 की वजह से अर्थव्यवस्था को लेकर अनिश्चितता है. वहीं महंगाई घटने का अनुमान है. ऐसे में इन फंडों में आगे अच्छी ग्रोथ देखने को मिल सकती है. दूसरा ये स्कीम काफी लिक्विड होती हैं. ये स्कीम दूसरी डेट स्कीम के मुकाबले कम रिस्क वाली होती हैं क्योंकि ये हाई रेटिंग वाले इंस्ट्रूमेंट में निवेश करती हैं. हालांकि ये पूरी तरह से रिस्क फ्री नहीं होती हैं. ये फंड्स मॉडरेट जोखिम वाले निवेशकों के लिए उपयुक्त हैं. अगर निवेशक 3 साल से अधिक समय तक निवेश करते रहे तो लंबी अवधि के पूंजीगत लाभ का आनंद ले सकते हैं.