भारत में 40 दिन के लॉकडाउन के 30 दिन पूरे हो चुके हैं, अब सबकी नजर इस बात पर है कि क्या 3 मई के बाद देश से लॉकडाउन हट जाएगा. हालांकि देशभऱ में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि होती जा रही है. 3 मई को लॉकडाउन हट जाएगा, इस सवाल पर देश के 6 राज्यों के शीर्ष मंत्रियों की क्या राय है.
देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में दिल्ली भी शामिल है और यहां पर लगातार मामले बढ़ रहे हैं. इंडिया टुडे के साथ खास बातचीत के दौरान लॉकडाउन बढ़ाए जाने को लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि दिल्ली में लॉकडाउन का एक महीना पूरा हो चुका है. इस दौरान दिल्ली में 2248 केस सामने आए हैं. और अभी जितने नए केस आ रहे हैं उसकी तुलना में ज्यादा लोग ठीक भी हो रहे हैं.
लॉकडाउन से फायदा तो हुआ- सत्येंद्र जैन
उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर लॉकडाउन नहीं होता तो ऐसे मामले 50 गुना या 100 गुना ज्यादा होता तो लॉकडाउन से फायदा तो मिला ही है. लॉकडाउन का एक महीना पूरा हो चुका है. कोरोना से मरीजों को ठीक होने में पूरे 28 दिन लगते हैं.
उन्होंने लॉकडाउन की तारीफ करते हुए कहा कि बात सही है कि अगर लॉकडाउन नहीं होता, लोग घरों के अंदर नहीं होते तो मामले बहुत तेजी से फैलते. दुनिया के अन्य देशों स्पेन, इटली, जर्मनी, फ्रांस समेत कई देशों में जहां लॉकडाउन नहीं किया गया, वहां पर तेजी से केस आए. बाद में यहां पर भी लॉकडाउन लगाया गया. उन्होंने कहा कि जहां तक लॉकडाउन हटाने की बात है तो अभी 10 दिन बचे हैं, इसका इंतजार किया जाना चाहिए.
राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि लॉकडाउन बढ़ाए जाने को लेकर कुछ भी कहना आसान नहीं है. लोगों की आजीविका को लेकर सोचा जाना चाहिए. जहां तक राजस्थान की बात है तो यहां पर काफी केस आए हैं. लोगों के हितों को ध्यान में रखा जाना चाहिए. गौरतलब है कि राज्य में 1890 केस सामने आए हैं.
जिंदगी बचाना प्राथमिकता- आश्वस्त नारायण
इंडिया टुडे के साथ खास बातचीत में कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री आश्वस्त नारायण लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर कहते हैं कि सबसे पहले जिंदगी बचाना ही सबसे पहली प्राथमिकता है. लॉकडाउन सबसे बड़ा समाधान नहीं हो सकता है. इसे चरणों में हटाया जाना चाहिए. लॉकडाउन हटाने को लेकर भारत सरकार से चर्चा की जानी चाहिए. लॉकडाउन से फायदा तो हुआ है, लेकिन लोगों की आजीविका पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन हटाने को लेकर पूरी तैयारी होनी चाहिए. कुछ चरणों को इसमें छूट मिलनी चाहिए. कर्नाटक में कोरोना के 443 मामले सामने आए हैं, जिसमें 141 मरीज ठीक हो चुके हैं तो 17 की मौत हो चुकी है.
केरल में सबसे पहले कोरोना केस आए थे, लेकिन जिस तरह से इस राज्य इसको लेकर काम हुआ, आज वह मरीजों की संख्या के मामले में 12वें नंबर पर है. लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर केरल के वित्त मंत्री थामस इसाक का कहना है कि भारत एक बड़ा देश है. कोरोना को फैलने से रोकने को लेकर दूसरे चरण में देशव्यापी लॉकडाउन लगाया गया. मैं मानता हूं कि हमें अपनी अर्थव्यवस्था खोलनी चाहिए. चरणबद्ध तरीके से हमें इस पर काम करने की जरूरत है.
अभी कह पाना आसान नहीं- अशोक चह्वाण
कोरोना की सबसे ज्यादा तबाही महाराष्ट्र में दिख रही है. पूरे देश के करीब 25 फीसदी मामले अकेले इस राज्य में है. राज्य के पीडब्ल्यूडी मंत्री अशोक चह्वाण का कहना है कि लॉकडाउन बढ़ाए जाने को लेकर अभी इस पर कुछ कह पाना आसान नहीं होगा कि लॉकडाउन बढ़ाया जाए या नहीं. महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में कोरोना के केस आए हैं. मुंबई और पुणे में स्थिति बेहद खराब है. अकेले मुंबई में ही 3600 से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं.
लॉकडाउन खोलने को लेकर उन्होंने कहा कि हालांकि अन्य क्षेत्रों में लॉकडाउन खोल दिया जाना चाहिए. राज्य सरकार लगातार सैंपल टेस्ट ले रही हैं और टेस्ट की संख्या भी लगातार बढ़ रही है.
महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों की बात करें तो राज्य में 5652 मामले सामने आए जिसमें 789 लोग ठीक हो गए. लेकिन 269 लोगों की मौत हो गई.
लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य में केस अभी भी सामने आ रहे हैं. लेकिन पुराने केसों में से ही कोरोना के केस आए हैं. पूरे राज्य में अन्य राज्यों की तुलना में केस कम है. बाहर से आए लोगों की सैंपलिंग कर रहे हैं और लगातार चेक कर रहे हैं. फिलहाल यूपी में 15 सौ से ज्यादा कोरोना केस हैं.