बुधवार को ने भारतीय रेलवे ऐसा काम कर दिया दिखाया जिस पर आप भी तारीफ करने से पीछे नहीं हटेंगे. रेलवे ने एक छात्रा का साल बर्बाद होने से बचा लिया. एक छात्रा को पेपर देने वाराणसी आना था. जिस गाड़ी से उसे वाराणसी आना था वह 2 घंटे 27 मिनट की देरी से चल रही थी.
वाराणसी: बुधवार को ने भारतीय रेलवे ऐसा काम कर दिया दिखाया जिस पर आप भी तारीफ करने से पीछे नहीं हटेंगे. रेलवे ने एक छात्रा का साल बर्बाद होने से बचा लिया. एक छात्रा को पेपर देने वाराणसी आना था. जिस गाड़ी से उसे वाराणसी आना था वह 2 घंटे 27 मिनट की देरी से चल रही थी. छात्रा को पेपर छूटने का डर सताया तो उसने ट्वीट करवा दिया. ट्वीट होते ही रेलवे हरकत में आ गया. फिर क्या था ट्रेन की स्पीड ऐसी बढ़ी कि छात्रा को समय से पहले ही वाराणसी पहुंचा दिया.
3 घंटे देरी से चल रही थी ट्रेन
दरअसल, गाजीपुर की नाजिया तबस्सुम का डीएलएड बैक पेपर का परीक्षा केंद्र वाराणसी के वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कॉलेज में था. बुधवार दोपहर को उसका पेपर था. उसने छपरा-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस में मऊ से रिजर्वेशन लिया था. मऊ में सुबह 6:25 बजे ट्रेन को पहुंचना था, लेकिन ट्रेन दो घंटे 53 मिनट की देरी से 9:18 से पहुंची. ऐसे में नाजिया के भाई अनवर जमाल ने रेलवे टैग करते हुए ट्वीट कर दिया. उसने अपनी बहन के पेपर का टाइम टेबल शेयर कर लिखा, ट्रेन 2 घंटे 27 मिनट देरी से चल रही है, वाराणसी में मेरी बहन की एग्जाम दोपहर 12 बजे से है. कृपया मदद करें. उसने ट्रेन का नंबर और अपना PNR नंबर भी शेयर किया था. ट्वीट होते इंडियन रेलवे सेवा के अकाउंट से उसका मोबाइल नंबर मांगा गया और जल्द व्यवस्था की बात कही गई.
एक घंटे पहले एग्जाम सेंटर पहुंचाया
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो रेलवे की ओर से अनवर से बहन के एग्जाम के बारे में जानकारी हासिल की गई. इसके बाद यह विश्वास दिलाया गया कि ट्रेन दोपहर 12 बजे से पहले पहुंचेगी. इसके बाद कंट्रोल रूप से सीधा मैसेज भेजा और ट्रेन की स्पीड बढ़ाई गई. असर यह हुआ कि जो ट्रेन मऊ तक लगभग तीन घंटे लेट थी, वह केवल दो घंटे की देरी से 11 बजे वाराणसी सिटी पहुंच गई. बहन के परीक्षा केंद्र पहुंचने पर अनवर ने रेलवे को दोबारा ट्वीट कर आभार जताया. मामले में NER के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि नियमानुसार परीक्षार्थी की मदद की गई. बलिया- फेफना रेलखंड पर प्रस्तावित स्पीड ट्रायल के चलते ब्लॉक लिया गया था.