रमेश चंद मौर्या/भदोही: जिले की औराई तहसील में तैनात तहसीलदार ने एक मिसाल पेश की है. उन्होंने एक सफाई कर्मचारी के चार बच्चों की पढ़ाई लिखाई कराने का संकल्प लिया था. अपने संकल्प को पूरा करते हुए बच्चों का एडमिशन तहसीलदार ने एक प्राइवेट स्कूल में कराया है. तहसीलदार का कहना है कि बच्चों की पूरी शिक्षा दीक्षा उन्हीं के माध्यम से कराई जाएगी.
4 बच्चों की पढ़ाई का उठाएंगे खर्च
सफाई कर्मचारी बबलू के 4 बच्चे हैं. बबलू की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. लेकिन, उसके बाद भी बबलू का यह सपना था कि एक अच्छे प्राइवेट स्कूल में उसके भी बच्चे पढ़ें और पढ़ लिखकर बड़े अफसर बने. उसका यह सपना उसकी आर्थिक स्थिति की वजह से पूरा नहीं हो पा रहा था.
ढाई साल पहले किया था वादा
ढाई साल पहले ज्ञानपुर तहसील में तहसीलदार देवेंद्र यादव पहुंचे, जहां उनकी मुलाकात सफाई कर्मचारी बबलू से हुई. एक दिन बातों बातों में बबलू ने जब अपने सपने और अपने बच्चों के विषय में बताया जिसके बाद तहसीलदार देवेंद्र यादव ने इन बच्चों की पूरी पढ़ाई लिखाई कराने का वादा बब्लू से किया था. अब उन्होंने बच्चों का एडमिशन शहर के एक अच्छे स्कूल में कराया है जिससे बब्लू बहुत खुश है.
हर कोई कर रहा तारीफ
ज्ञानपुर तहसील में तैनाती के दौरान तहसीलदार देवेंद्र यादव ने सफाई कर्मचारी बबलू के चारों बच्चों को अच्छी पढ़ाई लिखाई कराने का वादा किया था. अब उनका स्थानांतरण जिले के ही औराई तहसील में हो चुका है. तहसीलदार देवेंद्र यादव का यह प्रयास पूरे जनपद में चर्चा का विषय बना हुआ है. हर कोई उनके इस कदम की तारीफ कर रहा है.
लोगों का कहना है कि अगर इसी तरह हर अधिकारी और आर्थिक रूप से मजबूत व्यक्ति अपने आसपास के बच्चों को गोद ले तो गरीब परिवारों के बच्चे खूब पढेंगे और समाज की मुख्यधारा में आएंगे. तहसीलदार देवेंद्र यादव ने कहा कि इस वर्ष के एडमिशन के अलावा इन बच्चों की पूरी पढ़ाई लिखाई का जिम्मा लिया है. देवेंद्र यादव का कहना है कि उत्तर प्रदेश के किसी और जिले में भी ट्रांसफर होने के बाद भी इन बच्चों की पढ़ाई लिखाई को लेकर हमेशा मदद करते रहूंगा.