Covid-19 India Third Wave Warning: देश में कोरोना महामारी से निपटने की रणनीति बनाने के लिए नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल की अध्यक्षता में गठित एंपावर्ड ग्रुप ने सरकार को कोरोना महामारी की तीसरी लहर के दौरान हर दिन 4 से 5 लाख केस सामने आने के लिए तैयार रहने को कहा है. साथ ही ग्रुप ने सलाह दी है कि अगर कोरोना की तीसरी लहर को बेकाबू होने के रोकना है, तो देश में कोरोना इंफेक्शन के नए मामलों की संख्या को 50 हजार से कम रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए. ग्रुप का कहना है कि इसके लिए टीकाकरण बढ़ाने के साथ ही साथ कोविड से बचाव के लिए सभी जरूरी सावधानियों के पालन जैसे नॉन-क्लीनिकल उपायों के पालन पर पूरा ध्यान देने की जरूरत है.
25 जून से मामले 50 हजार के नीचे
इसमें सोशल डिस्टैंसिंग बनाए रखने के साथ रणनीति बनाकर पाबंदियां लगाना शामिल है. भारत में कोविड-19 के मामलों की संख्या 25 जून के बाद लगातार 50 हजार से नीचे रही है. शनिवार को 39,097 मामले सामने आए थे. जानकारों के मुताबिक, 50 हजार के स्तर से स्वास्थ्य व्यवस्था पर ज्यादा बोझ नहीं पड़ता है. हालांकि, नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल की अध्यक्षता वाले एम्पावर्ड ग्रुप 1 ने कहा कि रोजाना 4-5 लाख केस से निपटने के लिए, 2 लाख आईसीयू बेड की जरूरत है.
इसके साथ कोविड ग्रुप सितंबर 2021 तक 50 लाख ऑक्सीजन बेड, 10 लाख कोरोना आइसोलेशन केयर बेड की तैयारी कर रहा है. बेड की मौजूदा संख्या भी प्रति दिन केवल 2.7 लाख केस से ही निपट सकती है.
समूह ने 5 फीसदी आईसीयू बेड और 4 फीसदी आईसीयू बेड को पीडियाट्रिक केयर के लिए आरक्षित किया है. ऐसा इन अटकलों को देखते हुए किया गया है, जिनमें कहा जा रहा है कि कोरोना की अगली लहर बच्चों को भी अपना निशाना बना सकती है. अधिकारियों ने कहा कि एक दिन में 4-5 लाख केस का मतलब है कि प्रति 10 लाख लोगों में 300-370 केस, जिससे देश पर बहुत बोझ और तनाव आ सकता है. यह स्वास्थ्य व्यवस्था को तैयार करने के बावजूद भी हो सकता है. इसलिए, समूह ने प्रति दिन कोविड-19 मामलों की संख्या 50 हजार के स्तर पर रखने को कहा है. उसने साफ किया है कि केस की संख्या इससे आगे नहीं जानी चाहिए.