अंतरिक्ष यात्रा कर इतिहास रचने वाले अरबपति जेफ बेजोस (Jeff Bezos) और रिचर्ड ब्रैनसन (Richard Branson) को तगड़ा झटका लगा है. अमेरिकी सरकार ने नए नियमों का हवाला देते हुए दोनों को एस्ट्रोनॉट मानने से इनकार कर दिया है. नियमों में बदलाव की घोषणा हाल ही में की गई थी.
वॉशिंगटन: अंतरिक्ष की सैर करके खुद को एस्ट्रोनॉट कहलवाने का सपना देख रहे अमेजन संस्थापक जेफ बेजोस (Jeff Bezos) और बिजनेसमैन रिचर्ड ब्रैनसन (Richard Branson) को तगड़ा झटका लगा है. अमेरिकी सरकार ने साफ कर दिया है कि दोनों अरबपतियों को एस्ट्रोनॉट (Astronaut) का दर्जा नहीं दिया जा सकता. दरअसल, यूएस ने एस्ट्रोनॉट की व्याख्या वाले नियमों को कड़ा कर दिया है, जिसके चलते बेजोस और ब्रैनसन की ख्वाहिश अधूरी रह गई है.
क्या कहते हैं New Rules?
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यू फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (New Federal Aviation Administration -FAA) के नियम कहते हैं कि एस्ट्रोनॉट कहलाने के लिए किसी व्यक्ति को फ्लाइट क्रू का हिस्सा होना चाहिए और अंतरिक्ष उड़ान सुरक्षा (Space Flight Safety) में उसे योगदान देना चाहिए. इसका मतलब है कि जेफ बेजोस और रिचर्ड ब्रैनसन अमेरिकी सरकार की नजर में एस्ट्रोनॉट नहीं हैं.
2004 के बाद से पहली बार बदलाव
रिपोर्ट में बताया गया है कि 2004 में FAA विंग्स प्रोग्राम शुरू होने के बाद पहली बार इसमें बदलाव किए गए हैं. कमर्शियल एस्ट्रोनॉट विंग्स प्रोग्राम (Commercial Astronaut Wings Programme) में अपडेट की घोषणा मंगलवार को की गई थी. यानी ठीक उसी दिन जब अमेजन के जेफ बेजोस ने ब्लू ऑरिजन रॉकेट (Blue Origin rocket) से अंतरिक्ष के किनारे तक उड़ान भरी. दोनों ही अरबपतियों को उम्मीद थी कि अब उनके नाम के आगे Astronaut जुड़ जाएगा, लेकिन ऐसा ही नहीं सका
दूसरा मानदंड नहीं कर पाए पूरा
कमर्शियल एस्ट्रोनॉट के रूप में क्वालिफाई करने के लिए अंतरिक्ष यात्रा पर जाने वालों को पृथ्वी की सतह से 50 मील ऊपर की यात्रा करनी होगी, जिसे बेजोस और ब्रैनसन दोनों ने पूरा किया है. हालांकि, संशोधन के चलते वे दूसरे मानदंड पर खरे नहीं उतरे. एजेंसी का कहना है कि ऊंचाई से इतर एस्ट्रोनॉट को उड़ान के दौरान उन गतिविधियों में भी सहयोग देना होगा, जो सार्वजनिक सुरक्षा के लिए जरूरी हैं.
ऐसे भी मिलता है Astronaut का तमगा
वैसे, अमेरिका में दो अन्य तरीके भी हैं, जिनके जरिए एस्ट्रोनॉट का तमगा मिलता है. यह तब संभव है जब सेना और NASA के जरिए कोई अंतरिक्ष की यात्रा करता है. पहली बार एस्ट्रोनॉट विंग्स अंतरिक्ष यात्री एलन शेपर्ड जूनियर और वर्जिल ग्रिसोम (Alan Shepard Jr & Virgil Grissom) को 1960 के दशक की शुरुआत में मर्क्यूरी सेवन कार्यक्रम में उनकी भागीदारी के लिए दिया गया था. चूंकि, जेफ बेजोस और रिचर्ड ब्रैनसन नासा या सेना के अभियान का हिस्सा नहीं थे, इसलिए उन्हें यह तमगा नहीं मिलेगा.