CLSA की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में FII बैंकिंग सेक्टर (Bank stocks) से पैसा निकाल कर IT Sector की कंपनियों में लगा रहे हैं.IT Stocks विदेशी निवेशकों के सबसे पसंदीदा सेक्टर बन कर उभरे हैं.
FII Investment In IT Sector: इमर्जिंग अर्थव्यवस्थाओं में इस वक्त विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) खूब निवेश कर रहे हैं. सबसे ज्यादा निवेश ब्राजील में हो रहा है. भारत दूसरे नंबर पर है. वहीं इंडोनेशिया में भी एफआईआई ( (FII) का खासा निवेश हो रहा. ब्रोकरेज फर्म CLSA के मुताबिक ब्राजील, भारत, इंडोनेशिया , दक्षिण अफ्रीका और ताइवान इस वक्त FII के पसंदीदा बने हुए हैं. भारत में पिछले महीने ( June 2021) विदेशी निवेशकों ने 2.4 अरब डॉलर का निवेश किया है. लगातार दो महीने तक पैसा निकालने के बाद एफआईआई ने भारत में पिछले महीने निवेश बढ़ाया है. आईटी (IT Stocks) विदेशी निवेशकों का सबसे पसंदीदा सेक्टर बन कर उभरा है. इसके अलावा वे हेल्थकेयर, डिस्क्रिएशनरी और जरूरी सामानों से जुड़े सेक्टर की कंपनियों में भी निवेश कर रहे हैं. हालांकि बैंक, एनर्जी, इंडस्ट्रियल और यूटिलिटीज सेक्टर की कंपनियों से उनका पैसा निकालना जारी है.
FII बैंकिंग सेक्टर से पैसा निकाल कर इस सेक्टर में लगा रहे हैं पैसा
CLSA की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में एफआईआई बैंकिंग सेक्टर (Bank stocks) से पैसा निकाल कर आईटी कंपनियों के शेयरों में लगा रहे हैं. मई में एफआईआई ने बैंकों में हिस्सेदारी 8.83 पर्सेंटेज प्वाइंट थी. बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में एक्टिव सेलिंग की वजह से इसमें एफआईआई की ओवरवेटिंग 75 बेसिस प्वाइंट घट गई और यह 7.5 पर्सेंटेज प्वाइंट पर आ गया. जबकि मई में यह 8.83 पर्सेंटेज प्वाइंट थी.
आईटी, हेल्थकेयर सेक्टर का प्रदर्शन सबसे अच्छा
जून महीने में निफ्टी-50 (Nifty50) 0.9 फीसदी चढ़ कर 15,722 प्वाइंट पर आ गया था. निफ्टी-50 का प्रदर्शन ब्रिटेन, जर्मनी, चीन, सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग के शेयर सूचकांकों से अच्छा रहा था. जहां तक सेक्टरों के प्रदर्शन का सवाल है तो सबसे अच्छी रफ्तार आईटी और हेल्थकेयर (Healthcare) सेक्टर में दिखाई दी. जून (June 2021) में सबसे ज्यादा उछाल 9.2 फीसदी आईटी सेक्टर में आया वहीं हेल्थकेयर सेक्टरों के शेयरों में 4.3 फीसदी रैली दर्ज की गई. एफएमसीजी, रियल्टी और पीएसयू सेक्टर टॉप परफॉर्मर रहे. वहीं मेटल्स, ऑयल एंड गैस, बिजली और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट रही.