रायगढ़ में मूसलाधार बारिश के बाद पहाड़ी का एक हिस्सा घरों पर गिरने से 44 ग्रामीणों की मौत हो गई. यह घटना महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के पहाड़ी इलाके के छोटे तलाई गांव में हुई, जहां भारी बारिश हो रही है.
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में मूसलाधार बारिश के बाद भूस्खलन की दो अलग-अलग घटनाओं में कुल 44 लोगों की मौत हो गई है. 35 घायलों का इलाज चल रहा है. जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने बताया, रायगढ़ जिले में कुल 6 स्थानों पर भूस्खलन हुआ है. जानकारी के अनुसार, पहाड़ी फिसलकर नीचे के लगभग तीन दर्जन घरों में दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिससे अधिकांश पीड़ित बोल्डर, पत्थरों और कीचड़ में फंस गए.
रायगढ़ जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने बताया, ‘एक स्थान पर बचाव कार्य अभी भी जारी है. मौके पर मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों के अनुसार, लगभग 50 और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है.
परिजनों को दो लाख की राशि देने का एलान किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन से हुई लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन से हुई लोगों की मौत से दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है और प्रभावित लोगों को सहायता मुहैया कराई जा रही है.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करने की घोषणा भी की है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि बारिश से प्रभावित कोंकण के पहाड़ी और भूस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. रायगढ़ जिले में लोगों की मृत्यु पर उन्होंने दुख जताया. ठाकरे ने जिला प्रशासन को बचाव कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है.