अगर आप एक रिटेल निवेशक हैं तो SIP यानी सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान के जरिये निवेश करें. चाहे म्यूचुअल फंड (Mutual funds) या फिर सीधे शेयरों (Stock Market) में निवेश, यह रणनीति बेहद कारगर है.
Investment Tips for Share Market : पिछले साल 23 मार्च ( 23 मार्च 2020) को भारतीय शेयर बाजार में हाहाकार मच गया था. कोरोना की मार की वजह से सेंसेक्स ( Sensex) लगभग 3940 प्वाइंट गिर 25,981 पर पहुंच गया था और निफ्टी-50 (Nifty 50) 1,135 प्वाइंट गिर कर 7,160 की तलहटी पर जा पहुंचा था. दोनों इंडेक्स में 13-13 फीसदी की गिरावट ने निवेशकों को लगभग कंगाल बना दिया था . शेयर बाजार के निवेशकों ने अकेले उसी दिन लगभग 14 लाख करोड़ रुपये गंवा दिए. जबकि इसके पहले पूरे महीनों में उन्होंने 56 लाख करोड़ गवांए थे. लेकिन मार्केट (Stock Market) आज फिर बुलंदी पर है. किसी को अंदाजा नहीं था कि सेंसेक्स इतनी जल्दी 53,800 की नई ऊंचाई पर पहुंच जाएगा. पिछले दो दिन में सेंसेक्स 900 प्वाइंट चढ़ चुका है. सवाल यह है कि जब बाजार पर ऊंचाई पर हो तो इसमें घुसा जाए या फिर करेक्शन का इंतजार किया जाए. निवेशकों के लिए यह सवाल बड़ा पेचीदा है.
अमूमन निवेशक शेयर खरीदते समय PE वैल्यू ( PE Value) को देखते हैं. इस वक्त यह काफी महंगा है. निफ्टी-50 (Nifty-50) का PE इस वक्त 21.3 है, जो काफी महंगा लग रहा है. लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि जैसे-जैसे इकोनॉमी कोविड (Covid-19) की पकड़ से बाहर आएगी और कॉरपोरेट अर्निंग बढ़ेगी PE सस्ता हो जाएगा. यानी निवेशक सही वैल्यूएशन पर शेयर खरीद सकेंगे. लेकिन यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कंपनियों की कमाई कब बढ़ेगी. बेहतर तरीके से निवेश का कोई रामबाण नुस्खा नहीं है लेकिन कुछ ऐसे फॉर्मूले हैं, जिन्हें अपना कर निवेशक शेयर बाजार में खुद को एक अच्छी स्थिति में ला सकते हैं.
1.निवेश करना जारी रखें
जनवरी, 2020 में शेयर मार्केट (Share Market) ऊंचाई पर था और दो महीने में ही यह तलहटी पर पहुंच गया. उस दौरान भी जब मार्केट ऊंचाइयों पर था तो निवेशक इसमें एंट्री करने का साहस नहीं कर पा रहे थे. 23 मार्च 2020 को भी जब मार्केट क्रैश कर गया तो निवेशकों को लगा कि इसमें और गिरावट आएगी तब एंट्री करेंगे.
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इसका सबक यही है कि मार्केट ( Share Market) कब गिरेगा और कितनी तेजी से गिरेगा या कितनी देर तक गिरा रहेगा, बताना बेहद मुश्किल है. इसलिए गिरावट का इंतजार के बगैर निवेश करते रहिये. आज की तारीख में मार्केट जनवरी की ऊंचाई से भी लगभग 30 फीसदी ऊपर पहुंच गया है.
2. बाजार के बॉटम में जाने का इंतजार न करें
पिछले साल निफ्टी-50 एक ही महीने में 5000 यानी 40 फीसदी गिर गया था. निवेशकों को लगा कि इसमें 10-20 फीसदी की और गिरावट आएगी. अगर आप एक समझदार निवेशक होते तो निचले लेवल पर भी कुछ निवेश जरूर करते. जबकि नासमझ निवेशक बाजार के और गिरने का इंतजार कर रहा होता.
3. सिप की मदद से निवेश है बेस्ट स्ट्रेटजी
बाजार के उतार-चढ़ाव का अंदाजा लगाना मार्केट के बड़े-बड़े खिलाड़ियों के लिए भी मुश्किल रहा है. आम निवेशकों की तो बात ही छोड़ दीजिए. अगर आप एक रिटेल निवेशक हैं तो SIP यानी सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान के जरिये निवेश करें. चाहे म्यूचुअल फंड (Mutual funds) या फिर सीधे शेयरों (Stock Market) में निवेश, यह रणनीति बेहद कारगर है. जब भी आपके पास एकमुश्त रकम आए आप अपने मौजूदा इक्विटी पोर्टफोलियो को टॉप-अप कर सकते हैं. या फिर अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सरप्लस का तीसरा या चौथा हिस्सा एक निश्चित अंतराल पर मौजूदा पोर्टफोलियो में डालने के लिए कह सकते हैं.