चंडीगढ़: आखिरकार नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान संभाली ली है. ताजपोशी के दौरान मंच पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी मौजूद रहे. दोनों नेताओं ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया. अमरिंदर सिंह ने मंच से सिद्धू को बधाई दी. लेकिन सिद्धू ने एक बार भी कैप्टन का जिक्र नहीं किया. हालांकि सिद्धू ने किसानों के मुद्दे से लेकर ड्रग्स के मुद्दे पर बात रखी. सिद्धू ने कहा, ‘मैं सबका आशीर्वाद लेकर सभी को साथ लेकर चलूंगा. मैं सरेआम कहता हूं मेरी चमड़ी मोटी है. मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. मुझे सिर्फ एक ही चीज का जुनून है कि पंजाब कैसे ऊपर उठेगा.’
सिद्धू ने कहा, ‘आज मैं सारे पंजाब के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रधान बन गया. आज मसला किसानों का है, मसला टीचर्स का है, मसला डॉक्टर्स का है. मसला इन सभी लोगों का है. जबतक इनका मसला हल नहीं हो जाता, जब तक ये औहदा बेकार है. मेरे पिता स्वातंत्रता सेनानी थे. मैं उनके खून का वारिस हूं. मुझे अपने पिता के दर्द का अहसास है. आज लोगों के हक की लड़ाई लड़नी है.’
बता दें, सिद्धू और अमरिंदर सिंह के बीच पिछले कुछ समय से टकराव की खबरें आ रही थी. पिछले करीब चार महीनों में पहली बार सिद्धू और सिंह ने आज एक-दूसरे से मुलाकात की. अमृतसर (पूर्व) के विधायक सिद्धू ने पवित्र ग्रंथ की बेअदबी के मामले के लिए मुख्यमंत्री पर निशाना साधा था. मुख्यमंत्री ने सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने का भी विरोध किया था और कहा था कि जब तक सिद्धू उनके खिलाफ अपमानजनक ट्वीट के लिए माफी नहीं मांगेंगे वह उनसे नहीं मिलेंगे.