Swiggy के सीईओ श्रीहर्ष मजेटी ने कहा, ‘‘कुछ सबसे दूरदर्शी वैश्विक निवेशकों की भागीदारी स्विगी के मिशन और भारत से बाहर एक स्थायी और प्रतिष्ठित कंपनी बनाने की उसकी क्षमता को दर्शाती है.’’
मुंबई: अगर Zomato ने पिछले हफ्ते अपने IPO से 1.25 बिलियन डॉलर जुटाए, तो क्या उसका प्रतिद्वंद्वी Swiggy पीछे रहने वाला है? ऐसा लगता है कि कोई भी भारत के फूड डिलीवरी एकाधिकार में एक इंच भी देना नहीं चाहता है.
ऑनलाइन ऑर्डर लेकर खाना पहुंचाने वाले प्लेटफॉर्म Swiggy ने मंगलवार को सॉफ्टबैंक विजन फंड-2 और प्रोसस की अगुवाई में 1.25 अरब अमेरिकी डॉलर (करीब 9,345 करोड़ रुपये) जुटाने की घोषणा की जो कि Zomato द्वारा 16 जुलाई को बंद हुए अपने आईपीओ के जरिए जुटाई गई राशि के बराबर है.
सूत्रों के मुताबिक वित्त पोषण के इस दौर के पूरा होने के बाद कंपनी का मूल्यांकन 5.5 अरब डॉलर (करीब 41,125 करोड़ रुपये) हो जाएगा. Swiggy के प्रतिस्पर्धी Zomato ने हाल में अपनी आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) बंद की, जिसके तहत उसका मूल्यांकन 64,365 करोड़ रुपये था.
Swiggy ने एक बयान में कहा कि वित्त पोषण में कंपनी के दीर्घकालिक निवेशक प्रोसस के साथ ही अन्य मौजूदा निवेशकों एक्सेल पार्टनर्स और वेलिंगटन मैनेजमेंट ने भागीदारी की. इसके साथ ही सॉफ्टबैंक विजन फंड-2 द्वारा भारतीय खाद्य वितरण श्रेणी में यह पहला निवेश है. इसके अलावा, स्विगी ने नए निवेशकों अमांसा कैपिटल, कार्मिग्नैक, फाल्कन एज कैपिटल, गोल्डमैन सैक्स, कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी और थिंक इन्वेस्टमेंट्स का स्वागत किया.
Swiggy के सीईओ श्रीहर्ष मजेटी ने कहा, ‘‘कुछ सबसे दूरदर्शी वैश्विक निवेशकों की भागीदारी स्विगी के मिशन और भारत से बाहर एक स्थायी और प्रतिष्ठित कंपनी बनाने की उसकी क्षमता को दर्शाती है.’’उन्होंने कहा कि भारत में फूड डिलीवरी का दायरा बहुत बड़ा है और अगले कुछ सालों में कंपनी इस श्रेणी को बढ़ाने के लिए आक्रामक तरीके से निवेश जारी रखेगी. मजेटी ने कहा, ‘‘हमारा सबसे बड़ा निवेश हमारे गैर-खाद्य व्यवसायों में होगा, जिसमें कम समय में जबरदस्त वृद्धि हुई है, खासकर पिछले 15 महीनों में.’’