नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन ने च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (CBCS) में बीएड कोर्स तैयार करने के लिए 12 सदस्यीय वर्किंग ग्रुप भी बनाया है. एनआईओएस से प्रो. सरोज शर्मा वर्किंग ग्रुप की चेयरमैन होंगी.
नई दिल्ली. दो वर्षीय बीएड कोर्स करने जा युवाओं के लिए जरूरी खबर है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अब बीएड में वार्षिक परीक्षा की बजाए सेमेस्टर परीक्षा होगी. साथ ही सिलेबस में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौजूद सर्वश्रेष्ठ क्रियाकलाप शामिल किए जाएंगे. इसके अलावा सिलेबस में भारतीय मूल्य, भाषा, ज्ञान, सिद्धांत और परंपराओं को भी जगह मिलेगी.
लाइव हिंदुस्तान में छपी एक खबर की मानें तो कोर्स का मुख्य आधार कौशल होगा. इसको लेकर नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन ने च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (CBCS) में बीएड कोर्स तैयार करने के लिए 12 सदस्यीय वर्किंग ग्रुप भी बनाया है. एनआईओएस से प्रो. सरोज शर्मा वर्किंग ग्रुप की चेयरमैन होंगी.
आपको बता दें कि हाल में ही यूपी सरकार ने न्यूनतम पाठ्यक्रम के तहत बीएड कोर्स डिजाइन कराया था. नए कोर्स को लागू करने का आदेश एनसीईटी ने जारी कर दिया है. ऐसे में राष्ट्रीय स्तर पर बीएड पाठ्यक्रम को डिजाइन करने की प्रक्रिया शुरू हुई है.
बीएड में ये बदलाव संभव
– बीएड के कोर्स में नई शिक्षा नीति की सिफारिशों को शामिल किया जाएगा.
– एक समान सेमेस्टर फॉर्मेट होगा.
– बीएड कोर्स में कौशल पर जोर दिया जाएगा.