23 जुलाई से शुरू हो रहे ओलंपिक खेलों में कोरोना ने दस्तक दे दी है. अब कुल तीन खिलाड़ियों के कोरोना पॉजिटिव आने की खबर सामने आई है.
टोक्यो: ओलंपिक खेल गांव में रह रहे दो खिलाड़ियों सहित कुल तीन लोगों को कोविड-19 के लिए पॉजिटिव पाया गया है. टोक्यो ओलंपिक आयोजन समिति ने रविवार को यह जानकारी दी है, इससे 23 जुलाई से शुरू होने वाले खेलों के सफल आयोजन को लेकर आशंका बन गई है.
खिलाड़ियों को भी हुआ कोरोना
यह पहला अवसर है जबकि खेल गांव में रह रहे खिलाड़ियों को संक्रमण हुआ है. आयोजकों ने खिलाड़ियों की पहचान उजागर नहीं की है. तीसरा खिलाड़ी खेलों के लिए नामित होटल में ठहरा हुआ है. आयोजन समिति ने यहां कोविड-19 के पॉजिटिव मामलों की जो सूची जारी की है उसके अनुसार दिन में कुल 10 मामले सामने आये। इनमें खेलों से संबंधित पांच व्यक्ति, एक ठेकेदार और एक पत्रकार भी शामिल है. समिति के रिकॉर्ड के अनुसार खेलों से जुड़े कोविड मामलों की संख्या अब 55 पर पहुंच गयी है.
आईओसी ने जारी किया बयान
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के खेलों के मुख्य कार्यकारी निदेशक क्रिस्टोफ डुबी ने कहा, ‘जब भी कोविड-19 को कोई मामला आता है तो उसका मतलब होता है कार्रवाई. करीबी संपर्कों की पहचान करने के लिए स्पष्ट प्रक्रिया है. एक मामला केवल आंकड़ा नहीं है बल्कि उसके साथ ही कार्रवाई शुरू हो जाती है जिसमें तुरंत ही परीक्षण करवाना भी शामिल है’.
उन्होंने कहा, ‘खेलों के लिए 18000 प्रतिभागियों के जापान आने से पहले कोविड-19 के 40,000 परीक्षण किए गए. इसके अलावा हवाई अड्डे पर जांच हो रही है. नियमित तौर पर जांच और हर दिन परीक्षण किया जा रहा है’.
बता दें कि आयोजकों ने यह नहीं बताया है कि दोनों संक्रमित खिलाड़ियों को खेल गांव में ही रखा गया है या उन्हें किसी अन्य स्थान पर पृथकवास पर भेजा गया है.
भारतीय दल टोक्यो पहुंचा
इस बीच भारतीय खिलाड़ियों का पहला जत्था भारत से शनिवार को रवाना हुआ और आज सुबह टोक्यो पहुंचा. भारत के 90 सदस्यीय दल में तीरंदाज, महिला और पुरुष हॉकी टीम, टेबल टेनिस खिलाड़ी और तैराक भी शामिल हैं. निशानेबाज और मुक्केबाज भी क्रोएशिया और इटली में अपने अभ्यास स्थलों से तोक्यो पहुंच चुके हैं.
ओलंपिक खेल 23 जुलाई से शुरू होंगे लेकिन इन्हें खाली स्टेडियमों में ही आयोजित किया जाएगा क्योंकि जापान की राजधानी में लगातार वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में यहां प्रतिदिन 1000 से अधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं.