कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि मध्य प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा.
भोपालः मध्य प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार अब नया प्रयास शुरू कर रही है. प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के सभी कृषि कॉलेजों में एक नवाचार किया जा रहा है, जिससे प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा सका.
जैविक खेती को दिया जाएगा बढ़ावा
कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि ”मध्य प्रदेश के सभी कृषि कॉलेजों में जैविक विभाग नहीं था, इसलिए अब प्रदेश के सभी कॉलेजों में जैविक विभाग लाया जा रहा है. ताकि जैविक खेती को बढ़ावा मिले और कॉलेजों के छात्र जैविक खेती के प्रति उनका रुझान भी बढ़े.”
कमल पटेल ने कहा कि कॉलेजों में जैविक विभाग बनाने के साथ-साथ हर गांव में एक जैविक वाटिका भी होगी, किसानों का रुझान जैविक खेती की तरफ बढ़ाना है, ताकि जहां की मिट्टी जहरीले हो रही है, वहां की खेती को जैविक खेती की तकनीक से ठीक किया जा सके.
जैविक उत्पादों के मॉर्केटिंग को भी दिया जाएगा बढ़ावा
मंत्री कमल पटेल ने कहा कि जैविक खेती करने वाले कृषको को अनुदान पहले साल से ही दिया जाना चाहिए, ताकि किसानों को कठिया, शरबती जैसे गेहूं को प्रमाणिक रुप से उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. उन्होंने जैविक उत्पादों की बेहतर मॉर्केटिंग पर भी जोर दिया. मंत्री पटेल ने जैविक बाजार को विकसित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं. बैठक में मध्य प्रदेश के जैविक मामलो के विशेषज्ञ और कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी सम्मिलित हुए.
किसानों को किया जाएगा चयनित
कृषि मंत्री ने बताया कि जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए जिला स्तर पर किसानों का चयन भी किया जाएगा. प्रगतिशील किसानों को चयनित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इन किसानों को एफपीओ में शामिल किया जाएगा. ताकि बाकि के किसान भी प्रोत्साहित होकर जैविक कृषि की ओर आगे बढ़ सकेंगे और मध्य प्रदेश को कृषि के क्षेत्र में जैविक कृषि प्रदेश बनाने के लिए सभी किसान अपना योगदान दे सकेंगे.