नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। बाजार में एक और Fintech कंपनी का IPO आने वाला है। इसमें जन स्मॉल फाइनेंस बैंक (Jana Small Finance Bank) को प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के जरिए धन जुटाने के लिए बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिल गई है। मसौदा रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (जीआरएचपी) के मसौदे के अनुसार IPO के तहत 700 करोड़ रुपये के ताजा इक्विटी शेयर और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 92,53,659 शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव है।
इसके साथ ही डिजिटल भुगतान स्टार्टअप वन Mobikwik सिस्टम्स ने IPO के जरिये 1,900 करोड़ रुपये जुटाने को Sebi के पास शुरुआती दस्तावेज जमा कराए हैं। IPO के तहत 1,500 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी होंगे और प्रवर्तक व मौजूदा शेयरधारक 400 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (OFS) लाएंगे।
उधर, Jana Small Finance Bank की बिक्री पेशकश में शेयर बेचने वालों में बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, हीरो एंटरप्राइज पार्टनर वेंचर्स, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, एनम सिक्योरिटीज, नॉर्थ हेवन प्राइवेट इक्विटी एशिया प्लेटिनम पीटीई लिमिटेड, क्यूआरजी एंटरप्राइजेज और ट्री लाइन एशिया मास्टर फंड (सिंगापुर) पीटीई शामिल हैं।
आईपीओ लाने के लिए अप्रैल में आवेदन किया
बैंक ने आईपीओ लाने के लिए अप्रैल में आवेदन किया था और उसे सेबी से सोमवार को इसकी मंजूरी मिली। मर्चेंट बैंकिंग सूत्रों के मुताबिक आईपीओ से 1,100 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है।
हर रोज 10 लाख से भी अधिक ट्रांजेक्शन
Mobikwik से हर रोज 10 लाख से भी अधिक ट्रांजेक्शन होते हैं। मोबिक्विक का इस्तेमाल कर के फोन रिचार्ज किया जा सकता है, बिल जमा किए जा सकते हैं और कई जगहों पर भुगतान भी किया जा सकता है। मोबिक्विक से मौजूदा समय में करीब 30 लाख से भी अधिक ट्रेडर्स और रिटेलर्स जुड़े हुए हैं। अभी मोबिक्विक के उपभोक्ताओं की संख्या 1.07 करोड़ से भी अधिक है।
सिकोइया कैपिटल और बजाज फाइनेंस लिमिटेड का बड़ा निवेश
मोबिक्विक में सिकोइया कैपिटल और बजाज फाइनेंस लिमिटेड का बड़ा निवेश है। इस कंपनी का सीधा मुकाबला, वाट्सऐप पे, गूगल पे, फोन पे, पेटीएम जैसे पेमेंट ऐप्स के साथ है। पीडब्ल्यूसी की एक रिपोर्ट के अनुसार 2022-2030 भारत का डिजिटल भुगतान का बाजार 2.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है। ऐसे में मोबिक्विक जैसी डिजिटल पेमेंट सुविधा देने वाली कंपनियों के लिए बड़ा स्कोप है।