चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। पंजाब कांग्रेस में अंतर्कलह को खत्म करने के लिए 41 दिन से चल रही कोशिश इस हफ्ते कुछ रंग ला सकती है। कांग्रेस हाईकमान पार्टी की पंजाब इकाई में बड़ा फेरबदल करने की तैयारी में है। इसका ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है। संकेत हैं कि पंजाब कांग्रेस को इस हफ्ते नया अध्यक्ष मिल सकता है। अब सिर्फ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत की औपचारिक घोषणा का इंतजार है। वह इन दिनों बीमार चल रहे हैं। उनके ठीक होने के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी।
प्रदेश प्रभारी हरीश रावत के स्वस्थ्य होते ही सामने आएगा नया फार्मूला
कांग्रेस में तीन स्तर पर बदलाव होने हैं। एक तो पंजाब कांग्रेस को नया अध्यक्ष दिया जाएगा। दूसरा, नवजोत सिंह सिद्धू को एडजस्ट किया जाएगा और उनको नई जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके बाद पंजाब कैबिनेट में भी फेरबदल किया जाना है। सिद्धू के मामले में पार्टी हाईकमान ने पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की बात मान ली है। सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही।
नवजाेत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस बनाए जाने की संभावना नहीं , मिलेगी नई जिम्मेदारी
सोनिया गांधी से हुई मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया था कि अगर पार्टी सिद्धू को अध्यक्ष बनाती है, तो पंजाब का हिंदू वर्ग कांग्रेस से छिटक सकता है। पार्टी हाईकमान भी कैप्टन की इस बात से सहमत है। यही कारण है कि सिद्धू को न तो सरकार में और न ही संगठन में एडजस्ट किया जाएगा। उन्हें आगामी चुनाव को देखते हुए स्क्री¨नग कमेटी का सदस्य या चुनाव प्रचार कमेटी का चेयरमैन बनाया जा सकता है। इस पर कैप्टन और सिद्धू ने अपनी सहमति पार्टी हाईकमान को दे दी है।
सुनील जाखड़ की जगह काेई हिंदू नेता ही होगा पंजाब कांग्रेस का नया अध्यक्ष
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ की छुट्टी तय मानी जा रही है। उनकी छुट्टी करके प्रदेश अध्यक्ष की कमान किसी हिंदू नेता को दी जाएगी। नए प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में कैबिनेट मंत्री विजय इंदर सिंगला का नाम सबसे आगे है। सिंगला को कैप्टन अमरिंदर सिंह विश्वास पात्र हैं और राहुल गांधी की भी गुड बुक में हैं। ऐसे में उनके नया अध्यक्ष बनने की संभावना ज्यादा है।
दो विधायकों को मिल सकता है मंत्री पद
¨सगला को संगठन में लाने से सरकार को भी फायदा होगा। इससे कैबिनेट में एक सीट खाली हो जाएगी। सिद्धू के कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद पंजाब कैबिनेट में एक सीट पहले से ही खाली पड़ी हुई है। ऐसे में दो विधायकों को कैबिनेट मंत्री बनाकर संतुष्ट किया जा सकता है। कैबिनेट में कुछ और फेरबदल का अधिकार भी कैप्टन के पास है। कुछ और भी बदलाव किए जाने हैं, जिसकी तैयारी कर ली गई है।
ये सारे फैसले हरीश रावत के स्वस्थ्य होने तक रुक सकते हैं। उन्हें सोमवार को अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। हरीश रावत भी पंजाब में होने वाले बदलाव के बाद उत्तराखंड में फोकस करना चाहते हैं। पंजाब के साथ उत्तराखंड में भी चुनाव होने हैं। वह मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं।