Jharkhand Samachar: कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मान-सम्मान दिलाने के नाम पर 20 सूत्री और बोर्ड निगम के गठन की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी के अंदर लगातार बयानबाजी चल रही है.
Ranchi: झारखंड कांग्रेस में जारी विवाद अब खुलकर सामने आने लगा है. पार्टी के कार्यकर्ता मान-सम्मान को लेकर मुखर हो गए हैं. वहीं, विपक्ष को बैठे-बिठाए सियासत करने का एक मौका मिल गया है.
झारखंड कांग्रेस (Jharkhand Congress) में पिछले कुछ समय से सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. जहां पार्टी का एक धड़ा शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर रहा है, वहीं दूसरा धड़ा अपने मान-सम्मान की बात उठा रहा है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मान-सम्मान दिलाने के नाम पर 20 सूत्री और बोर्ड निगम के गठन की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी के अंदर लगातार बयानबाजी चल रही है. इस दौरान गुरुवार को युवा कांग्रेस की बैठक में असंतोष सतह पर आ गया. पार्टी विधायक दीपिका पांडेय (Dipika Pandey Singh) ने सत्ता में बैठे लोगों से संगठन के लोगों की भागिदारी भी तय करने की याद दिलाई. उन्होंने शीर्ष नेतृत्व के सामने इसे उठाने की बात कही.
कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय ने कहा कि ‘सरकार में बैठे लोगों को भी यह मानना चाहिए कि सत्ता में संगठन के लोगों की भी भागीदारी है और उस भागीदारी को सुनिश्चित कराना संगठन में बैठे लोगों का दायित्व है. इसीलिए उस हिस्सेदारी को सुनिश्चित कराना हम सबकी जिम्मेदारी है.’ वहीं, दीपिका पांडे ने इस दौरान एक बार फिर से पुलिसिया प्रणाली पर सवाल खड़े किए. इस दौरान पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा ने कहा कि वह भी चाहते हैं कि कार्यकर्ताओं को मान सम्मान मिले.
हालांकि, कांग्रेस विधायक दल के नेता और मंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) ने कहा कि ‘पार्टी में कोई गड़बड़ी नहीं है. हमारा परिवार बड़ा है और हमसब लोग एकजुट होकर काम कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि ‘अगर कहीं से कोई नाराजगी आती है, तो हमलोग मिल बैठकर दूर कर लेंगे.’ आलमगीर आलम ने कहा कि ‘हमारा संगठन, हमारे विधायक एक जुट हैं. हमारे यहां सामूहिक निर्णय होता है. कांग्रेस में दो या चार व्यक्ति मिलकर निर्णय नहीं लेते हैं. इसके साथ ही जो भी निर्णय होता है आलाकमान के पास से होता है. हमारे यहां कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है, हमलोग एकजुट होकर काम कर रहे हैं. हमें पूरा विश्वास है कि हमारी गठबंधन की सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी.’ उन्होंने कहा कि ‘अगर हमारे यहां कोई समस्या होती है तो उसे हम मिल बैठकर समस्या का समाधानकर लेंगे.’
वहीं, कांग्रेस में चल रहे कलह पर विपक्ष भी पीछे नहीं रहा. BJP प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘कांग्रेस का हमेशा अचरण अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा करने का रहा है. प्रदीप सिन्हा ने कहा कि ‘यह पूरी तैयारी सिर्फ इसीलिए है कि कांग्रेसियों का उनके क्षेत्र में वर्चस्व और राजनीतिक रसूख बढ़े. इसके बाद जो जी में आए वह करें.’ उन्होंने कहा कि ‘राज्य में अफसरशाही हावी होने की बातें काग्रेंस का ही आचरण है, इस दौरान वो अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा करते रहते हैं.’
हालांकि, कांग्रेस के अंदर कार्यकर्ताओं को अधिकार दिलाने के नाम पर जो हलचल तेज हुई है. उसी के बहाने पार्टी विधायक ने भी अपनी ही पार्टी के मंत्रियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और विपक्ष को भी राजनीति करने का एक सुनहरा मौका दे दिया है.