तीन महीने बाद ऋषिकेश से दिल्ली रुट पर रोडवेज बस सेवा शुरू हो गई है। कोविड कर्फ्यू के चलते सेवा बंद थी। पहले दिन संयुक्त यात्रा रोडवेज बस अड्डे से दिल्ली के लिए चार बसें रवाना हुई और रिस्पांस भी अच्छा मिला। चारधाम यात्रा के प्रवेशद्वार तीर्थनगरी ऋषिकेश से दिल्ली रूट पर सामान्य दिनों में हर रोज 35 बसों का आपरेशन है। मार्च 2021 में कोरोना के फिर से दस्तक देने और अप्रैल में संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ने पर अंतरराज्यीय सीमा बंद कर दी गई। ऋषिकेश से दिल्ली रूट की बसें भी 7 मई को बंद कर दी गई।
यूपी, दिल्ली, उत्तराखंड में कोविड कर्फ्यू में धीरे-धीरे ढील मिलने पर ऋषिकेश से दिल्ली रूट की बसों को संचालित करने की मांग उठने लगी। यूपी सीमा में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलने पर बस नहीं चल सकी। हिमाचल सरकार से अनुमति मिलने पर ऋषिकेश रोडवेज डिपो ने दिल्ली रूट की बसें रविवार से वाया करनाल शुरू कर दी है। इसकी पुष्टि करते हुए स्टेशन अधीक्षक अनुराग पुरोहित ने बताया कि पहले दिन दिल्ली रूट पर 4 बसों में पर्याप्त सवारियां मिली। सोमवार को दूसरे दिन सुबह से दोपहर तक 3 बसें रवाना की गई है रिस्पांस अच्छा रहा।
किलोमीटर बढ़ने से बढ़ा किराया
दिल्ली रूट की बसों को उत्तर प्रदेश सीमा से शुरू करने की अनुमति नहीं मिली है। लिहाजा ऋषिकेश रोडवेज डिपो बसों का संचालन वाया करनाल कर रहा है। जिससे दिल्ली के सफर में करीब 115 किलोमीटर बढ़ गए हैं। जिससे प्रतियात्री किराया 70 रुपये वृद्धि हुई है। पहले दिल्ली रूट का साधारण बस का किराया 350 रुपये था, जो अब 420 रुपये है।