छत्तीसगढ़ में एक बार फिर कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे बढ़ रहा है। गुरुवार को भी 410 नए मरीज मिले हैं। जो पूरे हफ्ते में मिलने वाले मरीजों के मामले में सबसे अधिक है। इधर, मुंगेली जिले में भी 19 मरीज मिले। लेकिन परेशान करने वाली बात यह है कि यहां सिर्फ एक गांव लमनी में ही 19 मरीज मिले हैं। जिसके बाद प्रशासन ने गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। इतना ही नहीं प्रशासन ने गांव में सभी प्रकार के आवागमन पर रोक भी लगा दी है। लेकिन एक ही गांव में एक साथ इतने मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग चिंतित है।
जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले ही 5 मजदूर तमिलनाडु से वापस अपने गांव लौटे हैं। इन्ही में से एक मजदूर पॉजिटिव पाया गया है। इससे ऐसी आशंका जाहिर की जा रही है कि इसी संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से 18 अन्य लोग संक्रमित हुए हैं। फिलहाल अन्य संदिग्धों के भी कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं।
अधिकारी घर पहुंच सेवा के माध्यम से जरूरी सामान देंगे
वनग्राम लमनी में इतनी बड़ी संख्या में कोरोना मरीज मिलने के बाद गांव को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। यहां अब अगले आदेश तक सभी दुकाने बंद रहेंगी। प्रशासन ने गांव के लिए प्रभारी अधिकारी की भी नियुक्ति किया है। जो कि घर पहुंच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति उचित दरों पर करेंगे। इसके अलावा यहां सभी प्रकार के आवागमन पूर्ण रूप से बंद रहेंगे।
कोविड-19अस्पताल में इलाज जारी
इस मामले पर लोरमी के ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीएस दाऊ ने बताया कि लमनी के सभी संदिग्ध मरीजों की जांच की जा रही है। नियमित सैंपल जांच में जो पॉजिटिव पाए जा रहे हैं, उन्हें आगे के उपचार के लिए मुंगेली के सरकारी कोविड-19 अस्पताल में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
मुंगेली में कोरोना
प्रदेश में पिछले दिनों कोरोना के मामले जरूर कम आ रहे थे। लेकिन पिछले 2 दिनों में थोड़े ही सही, लेकिन केस बढ़े हैं। वहीं अगर पूरे हफ्ते में जिले में कोरोना मामलों की बात की जाए तो यहां पिछले एक हफ्ते के भीतर 41 मरीज मिले हैं। लेकिन गरुवार को अकेले मिले 19 मरीजों ने हेल्थ डिपार्टमे्ंट की चिंता बढ़ा दी है। जिले में बुधवार को 3, मंगलवार को 9, सोमवार को 1, रविवार को 3, शनिवार को 1, शुक्रवार को 5 मरीज मिले हैं। अगर बात की जाए जिले में अब तत के कोरोना संक्रमण के आंकड़ों की तो, यहां अब तक 23,836 मरीज मिले हैं। इस प्रकार जिले में अब तक 166 मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि जिले में 23, 535 मरीज ठीक हो चुके हैं।