सेहत के लिए कई तरीके से फायदेमंद हींग यदि नकली हो तो इसके सेवन से खासा नुकसान हो सकता है. लिहाजा हींग करते समय इसके असली-नकली होने की जांच जरूर करें.
नई दिल्ली: देश के ज्यादातर राज्यों में भोजन में हींग (Hing) का इस्तेमाल रोजाना किया जाता है. भोजन का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ हींग का सेवन कई बीमारियों से भी दूर रखता है. लेकिन हींग में किसी चीज की मिलावट की गई हो, या हींग नकली हो तो यह सेहत को खासा नुकसान पहुंचा सकती है. ऐसे में हींग खाने से फायदे की जगह नुकसान हो जाता है. आज जानते हैं कि असली हींग (Real Asafoetida) की पहचान कैसे करते हैं.
ऐसे पहचानें असली-नकली
– असली हींग का रंग हल्का भूरा होता है. असली हींग को घी में डालते ही वह फूलने लगती है और उसका रंग हल्का सा लाल हो जाता है. यदि हींग में ऐसा बदलाव न हो तो मतलब हींग नकली है.
– असली हींग को पानी में घोलते ही पानी का रंग दूध की तरह सफेद हो जाता है. यदि ऐसा न हो तो इसका मतलब है कि हींग नकली है.
– असली हींग को जलाने पर उससे चमकदार लौ निकलती है और वह आसानी से जल जाती है, जबकि नकली हींग आसानी से जलती नहीं है.
– हाथ में असली हींग लें और फिर साबुन से हाथ धो लें. यदि हाथ धोने के बाद भी हाथ से हींग की खुशबू आए तो मतलब है कि हींग असली है. नकली हींग की खुशबू हाथ धोने पर चली जाती है.
हींग का टुकड़ा खरीदना है बेहतर
हींग का पाउडर खरीदने के बजाय उसका टुकड़ा या ढेला खरीदें और इसे घर में पीस लें. यह आराम से पिस जाती है. पाउडर वाली हींग में मिलावट की संभावना ज्यादा होती है, लिहाजा यह सस्ती मिलती है. इसके अलावा खुली हुई हींग खरीदने से बचें. साथ ही इसे टीन की डिब्बी या कांच की बोतल में स्टोर करें, इससे यह खराब नहीं होगी.