UP Political News: हांलाकि बीएल संतोष का एक ही महीने में दूसरी बार राजधानी लखनऊ का रूख करना अलग-अलग चर्चाओं को हवा दे रहा है. इसके पहले बीएल संतोष 31 मई से 2 जून तक लखनऊ में रहे थे.
लखनऊ. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) की तैयारियों से पहले सरकार से संगठन तक कील कांटे दुरूस्त करने में जुटी भारतीय जनता पार्टी (BJP) में इन दिनों तेजी से घटनाक्रम आगे बढ़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर चिंताओं में घिरी पार्टी में मई के महीने से शुरू हुआ मंथनों का दौर लगातार जारी है और अब केंद्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष (BL Santosh) का लखनऊ आने का कार्यक्रम भी इस सियासी गुणा गणित के तौर पर तय हुआ है. बीएल संतोष सोमवार से तीन दिन लखनऊ में मौजूद रहेंगे. इस दौरान वह सरकार के मंत्रियों से लेकर संगठन के पदाधिकारियों के साथ 2022 के चुनाव की रणनीति तय करेंगे. हांलाकि बीएल संतोष का एक ही महीने में दूसरी बार राजधानी लखनऊ का रूख करना अलग-अलग तरह की चर्चाओं को हवा दे रहा है.
इसके पहले बीएल संतोष 31 मई से 2 जून तक मैराथन बैठकें कर पार्टी आलकमान को यूपी की रिपोर्ट सौंप चुके हैं. जबकि इस बीत तेजी के साथ पार्टी के भीतर घटनाक्रम आगे भी बढ़ा रहा है, क्योंकि बीएल संतोष की लखनऊ में हुई बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद दो दिनों का दिल्ली दौरा कर प्रधानमंत्री मोदी समेत गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात कर चुके हैं. इसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाओं ने जोर पकड़ा, लेकिन राजभवन और मुख्यमंत्री कार्यालय से इस बाबत कोई जानकारी नहीं मिल पायी है. इस बीच केंद्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष के लखनऊ दौरे को कई मायनों में अहम माना जा रहा है.
हांलाकि पार्टी की तरफ से बीएल संतोष के लखनऊ दौरे को लेकर दी गयी जानकारी के मुताबिक, संगठन मंत्री बीएल संतोष पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठकें करके पार्टी की तरफ से प्रारंम्भ किये पोस्ट कोविड सेंटर, टीककरण जनजागरण अभियान और अन्य सेवा कार्यों की समीक्षा कर मार्गदर्शन करेंगे. जबकि सूत्र ये बता रहे है कि बीएल संतोष के पिछले दौरे के बाद जिस तरीके से प्रदेश संगठन के प्रकोष्ठ और मोर्चों के पदाधिकारियों की नियुक्ति हुई, ठीक वैसे ही इस दौरे के बाद भी 2022 के चुनाव को लेकर बड़ी हलचल देखने को मिल सकती है.
पिछली बार केंद्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष के दौरे का क्या हुआ असर
बीएल संतोष के पिछले दौरे के दौरान कई पदाधिकारियों ने निगम और आयोगों में खाली पदों को भरने का मुद्दा साथ ही अधिकारियों के साथ सामंजस्य ना होने का मुद्दा उठाया था. जिसके बाद बड़े पैमाने पर अफसरों के तबादले के साथ-साथ पिछले दिनों बुधवार को अनुसूचित जाति और अनुसुचित जनजाति आयोग के गठन के बाद कल उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग का गठन किया गया. पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष इसी आयोग के उपाध्यक्ष रहे जसंवत सैनी को बनाया गया है जो पार्टी में लंबे समय से अलग-अलग भूमिकाओं में अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं. अब बीएल संतोष के दूसरी बार लखनऊ आने की खबर से बड़े बदलाव की सुगबुगाहट से इनकार नहीं किया जा सकता.