वेट लॉस में मददगार इन छोटे टिप्स को अपनाने से आपके शरीर में बड़ा बदलाव दिख सकता है. आप आज से ही इन्हें अपनाकर पेट की चर्बी को गायब कर सकते हैं.
हम भारी-भरकम वजन घटाने के लिए बदन तोड़ मेहनत करते हैं. वेट लॉस करने के लिए सप्लिमेंट्स लेते हैं, डाइटिंग करते हैं और ना जाने क्या-क्या करते हैं. लेकिन हम कभी भी उन छोटी-छोटी चीजों के बारे में नहीं सोचते हैं, जो हमारे वजन बढ़ने का कारण होती हैं. हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. अबरार मुल्तानी के मुताबिक वेट लॉस करने के लिए इन छोटी बातों पर गौर करना बहुत जरूरी है. जिनसे शरीर में बहुत बड़ा बदलाव दिखेगा. एक्सपर्ट के मुताबिक वेट लॉस करने के लिए इन छोटे बदलावों को आज से ही अपनाएं.
वेट लॉस के लिए फायदेमंद छोटे बदलाव
कई हेल्थ बुक्स का लेखन कर चुके स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. अबरार मुल्तानी ने अपने यूट्यूब चैनल पर वजन घटाने के उपायों के बारे में टिप्स दिए हैं. जो कि बहुत छोटे-छोटे लाइफस्टाइल चेंजेस हैं.
1. छोटी प्लेट में खाएं
एक्सपर्ट के मुताबिक, आपको रोजाना के मुकाबले छोटी प्लेट में खाना चाहिए. इससे आप पेट भरने के लिए एक से ज्यादा बार खाना खाएंगे. दरअसल, हमारा स्वास्थ्य और जीवनशैली हमारे मन द्वारा निर्धारित होती है. जब मन व दिमाग को यह संकेत पहुंचेगा कि वह एक, दो या तीन प्लेट खाना खा चुका है, तो वह संतुष्ट महसूस करेगा. बेशक आपने तीन प्लेट खाना खाया हो, लेकिन उन तीनों प्लेट में खाने की मात्रा आपके रोजाना की डाइट से कम ही होगी.
2. नीले रंग की लें छोटी प्लेट
डॉ. अबरार मुल्तानी का कहना है कि आप जिन छोटी प्लेट में खाना खा रहे हैं, उनका रंग चटक नीला रखें. हमारा दिमाग सफेद जैसे हल्के व सूदिंग कलर्स (Soothing Colours) के मुकाबले चटक रंगों से जल्दी संतुष्ट हो जाता है. जिसके बाद वह उस रंग से ध्यान भटकाना चाहता है. अपने दिमाग को कंट्रोल करने की यह टिप आपको कम खाने के लिए प्रेरित करेगी.
3. धीरे-धीरे अच्छी तरह चबाएं
आप जब भी खाना खाएं, तो उसे धीरे-धीरे अच्छी तरह चबाकर खाएं. इससे दो फायदे होंगे, पहला यह कि आपका मुंह खाने को अच्छी तरह चबा पाएगा और उसमें लार मिलने व छोटे टुकड़े होने के कारण पेट आराम से उसे पचा लेगा. दूसरा फायदा आपके दिमाग से जुड़ा हुआ है. जब आप धीरे-धीरे चबाएंगे, तो खाने की थोड़ी मात्रा देर तक खाएंगे. इससे दिमाग को संकेत पहुंचेगा कि वह बहुत देर से खाना खा रहा है और पेट भर गया होगा. है ना कमाल की टिप..
4. खाते हुए टीवी या मोबाइल ना देखें
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक आपको खाना खाते हुए अपना ध्यान सिर्फ खाने पर रखना चाहिए. क्योंकि, मोबाइल या टीवी में दिख रही स्थिति या उससे पैदा हो रहा भाव आपके अंदर हॉर्मोनल बदलाव लाता है. इससे आपके द्वारा खाया जा रहा खाना ढंग से नहीं पचता और आपके ओवरईटिंग करने की आशंका भी बनी रहती है. क्योंकि दिमाग किसी और विचार में उलझा हुआ रहता है और उसे पता नहीं चलता कि कितना खाना खा लिया है. आप शांत जगह खाना खाएं.
5. फ्रिज में करें बदलाव
आपको अगर पतला होना है, तो अपने फ्रिज की कायाकल्प करनी ही पड़ेगी. आप फ्रिज खोलिए और उसमें मौजूद अस्वस्थ आहार व पेय पदार्थों को घर से बाहर का रास्ता दिखा दीजिए. कोल्ड ड्रिंक, मिठाई, आइसक्रीम जैसी अनहेल्दी चीजों को फ्रिज से निकाल दीजिए. इससे आपके वक्त-बेवक्त इनका सेवन करने की आशंका कम हो जाएगी.
6. खाना खुद बनाएं
आपको अपना खाना खुद बनाना चाहिए, जिससे अप्रत्यक्ष रूप से आपका वजन कम होगा. आप किसी अन्य व्यक्ति के मुकाबले खाना बनाते समय उन चीजों का ज्यादा ध्यान रखेंगे, जिनसे आपका वजन बढ़ सकता है. जैसे- तेल, घी और वेट लॉस में मददगार सामग्रियों को ज्यादा ध्यान से शामिल करेंगे. अगर संभव है तो आपको यह टिप जरूर आजमानी चाहिए.
7. बाहर जाने से पहले खाना जरूर खाएं
डॉ. अबरार मुल्तानी के मुताबिक, हम जब भी खाली पेट कुछ खाने की चीज देखते हैं, तो उसे खाने का ज्यादा मन करता है. इसलिए कुछ खरीदने बाजार जाते हुए या घर से बाहर निकलते हुए भरपेट स्वस्थ आहार खाकर जाएं. इससे आपका दिमाग इंस्टेंट एनर्जी देने वाले अन्य अनहेल्दी फूड की तरफ नहीं भागेगा.
8. खाने से पहले सलाद खाएं
आप जब भी खाना खाएं, तो उससे पहले एक कटोरी या छोटी प्लेट सलाद जरूर खाएं. इससे आपका पेट तो थोड़ा भर जाएगा, मगर कैलोरी नहीं मिलेगी. वजन बढ़ने के कारणों में आमतौर पर कैलोरी का अत्यधिक सेवन ही होता है. अगर आपके कैलोरी लेने और उसे बर्न करने के बीच अंतर है, तो आपका पेट बढ़ेगा ही बढ़ेगा.
9. चलना है मजबूरी
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. मुल्तानी के मुताबिक, एक्सरसाइज व वॉल्किंग शुरू करने वाले करीब 90 प्रतिशत लोग तीन महीने के भीतर इसे करना छोड़ देते हैं. लेकिन आपको चलना जरूर चाहिए और इसे एक्सरसाइज की तरह नहीं बल्कि मजबूरी की तरह देखें. इसके लिए आप लिफ्ट का इस्तेमाल ना करना, दूध व सब्जी जैसे सामान खरीदने के लिए खुद पैदल जाना, आसपास साइकिल से जाना, मंदिर-मस्जिद आदि धर्मस्थल पर पैदल जाना आदि काम कर सकते हैं.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.