पहले से विवादों में फंसे मध्य प्रदेश के आईएएस लोकेश जांगिड़ को लेकर एक और खुलासा हो रहा है. जांगिड़ पर आरोप है कि इन्होंने महिला पीएस का फोन न केवल टैप किया बल्कि वायरल भी कर दिया.
भोपाल. मध्य प्रदेश के चर्चित आईएएस लोकेश कुमार जांगिड़ को लेकर एक और खुलासा हुआ है. लोकेश कुमार एक चैट वायरल होने की वजह से सुर्खियों में हैं. उन्हें प्रशासन की ओर से शो कॉज़ नोटिस जारी किया गया था. अव्वल तो ये कि लोकेश कुमार जांगिड़ ने मध्य प्रदेश से अपना कैडर महाराष्ट्र चेंज करने के लिए डीओपीटी को खत भी लिखा है.
माना ये जा रहा था कि लोकेश कुमार जांगिड़ को नोटिस इसी वजह से दिया गया है. लेकिन News 18 के हाथ जो दस्तावेज लगे हैं उनके मुताबिक उन्हें नोटिस 31 मई की एक बातचीत के ऑडियो के वायरल होने की वजह से दिया गया है. ये बातचीत खुद लोकेश कुमार जांगिड़ और कार्मिक विभाग की प्रमुख सचिव के बीच हुई थी.
फोन टैपिंग का लगा आरोप
लोकेश जांगिड़ पर पीएस कार्मिक का फोन टैप कर वायरल करने का आरोप है. पीएस कार्मिक ने जांगिड़ को 31 मई को अपर कलेक्टर बड़वानी से राज्य शिक्षा केन्द्र में उनके ट्रांसफर की जानकारी दी थी. पीएस के साथ लोकेश जांगिड़ की इसी बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया था. जांगिड़ के व्यवहार को सिविल सेवा आचरण के खिलाफ मानते हुए उनसे 7 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है. जवाब नहीं देने पर उनके खिलाफ एकतरफा कार्रवाई भी की जा सकती है.
4 साल की नौकरी में 8 बार ट्रांसफर
मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी लोकेश कुमार जांगिड़ उस वक़्त सुर्खियों में आए जब उनसे जुड़ी एक चैट सोशल मीडिया में वायरल हो गई . खास बात ये है कि उनके सुर्खियों में आने की वजह एक दो नहीं बल्कि कई हैं. अव्वल तो ये कि लोकेश कुमार जांगिड़ ने मध्य प्रदेश से अपना कैडर महाराष्ट्र चेंज करने के लिए डीओपीटी को खत लिखा. इस पत्र में डेपुटेशन के लिए वैसे तो उन्होंने पारिवारिक कारणों को वजह बताया है लेकिन माना ये जा रहा है कि जांगिड़ बार-बार तबादला होने से परेशान थे. महज़ 4 साल की नौकरी में उनका 8 बार ट्रांसफर किया जा चुका है. इतना ही नहीं लोकेश जांगिड़ की आईएएस अधिकारियों के ऑफिसियल ग्रुप में हुई चैट वायरल होने के बाद उनके डेपुटेशन मांगने के पीछे के कई और कारण भी निकल कर सामने आए. इस चैट में लोकेश जांगिड़ बड़वानी कलेक्टर पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनकी कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं.
क्या है मामला ?
लोकेश कुमार जांगिड़ को हाल ही में बड़वानी के अपर कलेक्टर पद से हटाया गया था. उनकी नियुक्ति राज्य शिक्षा केन्द्र में की गई थी. वैसे तो उनके तबादले को प्रशासनिक जमावट के लिहाज से बताया गया, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जांगिड़ ने बड़वानी में कोरोना के दौरान ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की खरीदी में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया था. बताया गया कि जो कन्सन्ट्रेटर करीब 40 हज़ार में खरीदे जा सकते थे उन्हें 60 हज़ार तक मे खरीदा गया. जांगिड़ ने जब इस पर लगाम लगाने की कोशिश की तो फिर उनका तबादला कर दिया गया. लोकेश कुमार जांगिड़ की जो चैट वायरल हुई उसमें उन्होंने लिखा है कि बड़वानी कलेक्टर शिवराज वर्मा ने सीएम के कान भरे जिस वजह से उन्हें हटाया गया है.