आतंकी संगठनों की आपसी लड़ाई सामने आने लगी है। आतंकियों ने एक-दूसरे पर वार करना शुरू हो कर दिया है। कम आयु के युवाओं को आतंकी बनाने को लेकर संगठनों में विवाद बढ़ा है। इसके बाद लश्कर तथा अलबदर के आतंकियों में लड़ाई शुरू हो गई है।
हाइलाइट्स:
- जम्मू-कश्मीर में अब आतंकी संगठनों में मतभेद शुरू हो गए हैं
- एक अल बदर आतंकी की दूसरे ग्रुप के आतंकियों ने हत्या कर दी है
- इसके बाद दो आतंकी संगठन खुलकर एक दूसरे के खिलाफ आ गए हैं
गोविंद चौहान, श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर में अब आतंकी संगठनों में मतभेद शुरू हो गए हैं। सोमवार को एक अल बदर आतंकी की दूसरे ग्रुप के आतंकियों ने हत्या कर दी है। इसके बाद दो आतंकी संगठन खुलकर एक दूसरे के खिलाफ आ गए हैं। मामला कम उम्र के युवाओं को आतंकवाद के रास्ते पर लाने को लेकर शुरू हुआ था। इस मामले में पुलिस की तरफ से कहा गया कि दो आतंकी संगठनों में विवाद हुआ है, जिसके बाद एक आतंकी का शव बरामद हुआ है।
सूत्रों का कहना है कि एजेंसियों की तरफ से पहले ही बताया गया है कि अल बदर तथा लश्कर के आतंकियों में मतभेद हो गए हैं, जिसके बाद वे एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाने के लिए लग गए हैं। अब सौरा में हुई आतंकवादी की हत्या इसी का नतीजा बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, शोपियां में 11 अप्रैल को एक 16 साल का आतंकी मारा गया था। एक हफ्ते पहले वह बाजार में सामान लेने के लिए गया हुआ था। उसके बाद वापस नहीं आया। वह पांच बहनों का इकलौता भाई था।
एनकाउंट में मारा गया था फैजल गुलजार
फैजल गुलजार को शोपियां मुठभेड़ में दो साथियों के साथ मार गिराया गया था। उसके मारे जाने के बाद बवाल हो गया। इसे अल बदर के कमांडर अंजुमन ने भर्ती किया था। वह उसके संपर्क में था। जिस समय मुठभेड़ चल रही थी तब सुरक्षाबलों की तरफ से सरेंडर करने की अपील की गई थी। नाबालिग सरेंडर करना चाहता था लेकिन बाकी दो आतंकियों ने ऐसा नहीं करने दिया था। इसके बाद वह मारा गया।
‘यह कोई जेहाद नहीं’
फैजल के मारे जाने के बाद पिता गुलजार अहमद गनई ने आतंकियों के खिलाफ जमकर गुस्सा निकाला था। उन्होंने कहा था, ‘यह कोई जेहाद नहीं है, जिसमें उससे उसके 16 साल के बच्चे को छीन लिया गया। क्या आतंकी संगठन उसकी बहनों का निकाह करवाएंगे? वह परिवार का एक मात्र सहारा था जो आने वाले दिनों में पूरे परिवार की देखभाल करने वाला था लेकिन आतंकियों ने उनसे वह भी छीन लिया।’
आतंकी संगठनों में पड़ी फूट
यह विडियो काफी वायरल हुआ था, जिसके बाद आतंकी संगठनों में फूट पड़ गई। इसके बाद लश्कर संगठन के कमांडर ने अल बदर के कमांडर से इस मामले को लेकर बात की थी, जिसमें पूछा गया कि उसने इतनी कम उम्र के युवा को आतंकवाद में क्यों घसीटा? इससे लोगों में मिलिटैंट्स के खिलाफ गुस्सा भड़क गया है, जिससे संगठन को नुकसान होगा। इस बात को लेकर दोनों संगठनों के कमांडरों में तनाव हो गया। उसके बाद इस मामले को लेकर कश्मीर में सक्रिय बाकी संगठनों के कमांडरों से भी बात की गई।
इसके बाद अब साउथ कश्मीर में यह बड़ा मामला बन गया है। बताया जा रहा है कि लश्कर की तरफ से अल बदर के आतंकियों को सबक सिखाने का काम शुरू किया गया है इसलिए उनके संगठन के एक आतंकी की हत्या की गई है।