भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को एटीएम के जरिये होने वाले हर वित्तीय लेनदेन पर इंटरचेंज फीस को 15 रुपये से बढ़ाकर 17 रुपये करने का ऐलान किया। एटीएम निकासी शुल्क की गई बढ़ोतरी 1 जनवरी 2022 से लागू होगी। यानी नए साल के पहली तारीख से आपको अधिक शुल्क का भुगतान करना होगा।
इसी के साथ आरबीआई ने किसी भी बैंक के ग्राहकों को हर महीने मिलने वाले मुफ्त एटीएम निकासी के बाद ग्राहकों पर लगने वाले शुल्क की अधिकतम सीमा 20 रुपये से बढ़ाकर 21 रुपये करने का भी ऐलान किया है। बैंक ग्राहकों को हर महीने एटीएम से 5 बार मुफ्त नकद निकासी की सुविधा अभी देते हैं। रिजर्व बैंक ने कहा है कि पिछली बार अगस्त 2012 में एटीएम इंटरचेंज फीस में बदलाव किया गया था।
1 अगस्त 2021 से गैर-वित्तीतय लेनदेन होगा महंगा
वहीं, ग्राहकों पर लागू शुल्क में अगस्त 2014 में संशोधन किया गया था। ऐसे में समिति की सिफारिशों की पड़ताल के बाद इंटरचेंज फीस और कस्टमर शुल्क बढ़ाने का फैसला लिया गया है। आरबीआई ने बताया कि बैंकों व एटीएम ऑपरेटर्स पर पड़ने वाली एटीएम डिप्लॉयमेंट लागत और रखरखाव खर्च के साथ सभी हितधारकों व उपभोक्ता।ओं की सहूलियत को ध्यालन में रखते हुए ये फैसला लिया गया है। केंद्रीय बैंक ने गैर-वित्तीतय लेनदेन के शुल्क को 5 रुपये से बढ़ाकर 6 रुपये कर दिया है, जो 1 अगस्त 2021 से प्रभावी हो जाएगा।