संवाद सूत्र, जुलाना : गर्मी बढ़ने के साथ ही गांव बुआना में पेयजल संकट गहराया हुआ है। वीरवार को गांव की महिलाओं ने जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। पेयजल की समस्या को लेकर कई बार जनस्वास्थ्य विभाग को अवगत करवा चुके हैं, लेकिन समाधान नहीं हो रहा। जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा उनके 500 रुपये की पर्ची काट दी, लेकिन आज तक कनेक्शन नहीं दिया गया है। गांव में पेयजल की लाइन तो दबाई गई है, लेकिन अभी तक पानी पूरे गांव में नहीं पहुंच रहा है। गांव में जो वाल्व लगाए गए हैं वो सही तरीके से नहीं लगाए गए हैं जिससे गांव में सभी घरों में पेयजल नहीं पहुंच रहा है। महिलाओं का कहना है कि उन्हें पेयजल लेने के लिए खेतों में दो-दो किलोमीटर तक भटकने पर मजबूर होना पड़ रहा है। ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द पेयजल मुहैया करवाया जाए जिससे उनकी पेयजल की किल्लत से छुटकारा मिल सके। ग्रामीण एडवोकेट मुकेश बुआना, हिम्मत, मोहन शर्मा, शुकंतला, रोशनी, संतोष, मूर्ति व बिमला ने बताया कि तीन साल से गांव में पेयजल की सप्लाई उनके घरों तक नहीं पहुंच रही है। महिलाओं को पानी के लिए खेतों में भटकना पड़ता है। महिलाओं का कहना है कि गांव में पेयजल की भारी किल्लत के चलते उनके बच्चों के रिश्ते होने भी बंद हो गए है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में 10 रुपये प्रति कैंपर के हिसाब से पानी खरीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है, जिससे ग्रामीणों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
जनस्वास्थ्य विभाग के जेई नवीन नेहरा ने कहा कि अभी तक बुआना गांव से पेयजल की कोई भी शिकायत नहीं आई है। अगर पानी की सप्लाई से संबंधित कोई समस्या है तो कर्मचारियों को मौके पर भेजकर ठीक करवाया जाएगा।