जागरण संवाददाता, देहरादून: शिक्षा विभाग की ओर से शासकीय व अशासकीय स्कूलों में विद्या एप और चैनल को प्रभावी तरीके से लागू करने की तैयारी है। विद्या एप पर छात्रों को कक्षा एक से 12वीं तक पाठ्यक्रम उपलब्ध करा दिया गया है, लेकिन अब भी कई छात्रों तक इसका लाभ नहीं पहुंच रहा है। ऐसे में शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडे ने बुधवार को पत्र जारी कर सभी जिलों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों एवं प्रधानाचार्य को विद्यालय के प्रति सजग होने एवं इसका ज्यादा से ज्यादा प्रचार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हर छात्र को एप से जोडऩे और पढ़ाई करवाने के प्रयास होना जरूरी है।
शिक्षा महानिदेशक ने शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के सभी शिक्षकों को विद्या एप और चैनल की जानकारी एवं प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी एससीईआरटी को दे दी है। उन्होंने कहा है कि जब शिक्षक आनलाइन पाठ्यक्रम एवं पढ़ाई के प्रति अप टू डेट होंगे तभी छात्रों को भी पढ़ाई करवा सकेंगे। इसके साथ ही उन्होंने सभी प्रधानाचार्यों को उनके स्कूल के हर छात्र का डाटा तैयार करने के निर्देश दिए हैं। किस छात्र के घर में टीवी है, किसके पास कौन सा स्मार्टफोन है, छात्र विद्या टीवी चैनल एवं एप का फायदा ले रहे हैं या नहीं, इसकी पूरी जानकारी प्रधानाचार्य को रखनी होगी। शिक्षा महानिदेशक ने प्रदेश के सभी डायट के प्राचार्यों को भी आनलाइन प्रशिक्षण का माड्यूल तैयार कर खंड शिक्षा अधिकारी एवं उप शिक्षा अधिकारियों को उपलब्ध करवाने एवं इनका प्रशिक्षण के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि मासिक या पाक्षिक अंतराल में खंड शिक्षा अधिकारियों एवं उप शिक्षा अधिकारियों को अभिभावक संघ एवं शिक्षकों की बैठक लेकर रिपोर्ट तैयार करनी होगी। ऐसे छात्र-छात्राएं जिनके घर पर टीवी नहीं है उन्हें विद्या एप एवं विद्या चैनल से जोडऩे के लिए पंचायत स्तर पर टीवी उपलब्ध करवाने का सुझाव भी महानिदेशक ने दिया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय केबल टीवी के माध्यम से भी जिला प्रशासन विद्या चैनल का प्रसारण करवा सकता है। जनपद स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक और जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक को विद्या एप और चैनल के प्रचार प्रसार के लिए नोडल नियुक्त करते हुए इसकी मासिक समीक्षा करने के निर्देश भी दिए हैं।