Dr. Kamla Verma Death: पूर्व स्वास्थ्य मंत्री का इलाज करने वाले डॉ. ईश कालड़ा ने बताया कि सचदेवा अस्पताल में 21 मई को उन्हें भर्ती किया गया था. कोरोना के बाद उन्हें ब्लैक फंगस हो गया था. उन्हें रोजाना चार इंजेक्शन लगते थे.
चंडीगढ़. हरियाणा बीजेपी की पहली अध्यक्ष और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री कमला वर्मा (Kamla Verma) ब्लैक फंगस से जिंदगी की जंग हार गईं. मंगलवार की शाम करीब 7.30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. ब्लैक फंगस (Black fungus) बीमारी के चलते उनका उपचार चल रहा था. 20 मई को स्वजनों ने उनको निजी अस्पताल में भर्ती कराया था. बीमारी से बचाव के लिए इंजेक्शन न मिलने का भी परिजन आरोप लगा चुके हैं. बाद में इंजेक्शन उपलब्ध करवाए गए, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं आया.
उनके निधन पर भाजपा सहित अन्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने शोक जताया है. बता दें कि साल 1992 में बतौर स्वास्थ्य मंत्री उन्होंने सचदेवा अस्पताल का उद्घाटन किया था, आज इसी अस्पताल में अंतिम सांस ली.
कमला वर्मा उपलब्धियां
कमला वर्मा हरियाणा की पहली महिला थी जो आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षक बनी. 27 जून 1975 को उनको सेंट्रल जेल अंबाला में डाला गया. हालांकि इस दौरान वहां महिलाओं के लिए अलग से व्यवस्था भी नहीं थी. कार्यालय का एक कमरा खुलवाकर उसमें बंद कर दिया गया था. डाक्टर. वर्मा आठ जनवरी 1977 तक जेल में रही। गिरफ्तारी के दौरान उनकी उम्र 46 वर्ष थी और 19 माह जेल में रही. वर्ष-1977, 1987 व 1995 में हुए चुनाव में जीत दर्ज कर कैबिनेट मंत्री बनीं.
सीएम ने ट्वीट कर जताया शोक
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कमला वर्मा के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि हरियाणा प्रदेश भाजपा की पहली महिला अध्यक्ष और तीन बार कैबिनेट मंत्री रह चुकीं कमला वर्मा जी के निधन से एक युग का अवसान हो गया है. आपके व्यक्तित्व में संगठनात्मक क्षमता के साथ गुड-गवर्नेंस को लेकर जो संकल्प शक्ति समाहित थी, वो सद्गुण सदैव हमें जनकल्याण के लिए प्रेरित करते रहेंगे.