Chhattisgarh News: स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस सम्बन्ध में कहा कि अब प्रदेश में सीजी टीका पोर्टल बंद कर दिया जाएगा. अब प्रदेश में जो भी टीकाकरण होगा वो केंद्र सरकार के बने पोर्टल कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के आधार पर होगा.
छत्तीसगढ़ में अब सीजी टीका ऐप बन्द हो जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 18 से 45 साल तक के लोगों के लिए केंद्र से वैक्सीन उपलब्ध कराने की घोषणा के बाद अब इस ऐप की कोई उपयोगिता नहीं रह जाएगी. देश में जब केंद्र ने 18 से 45 साल तक के लोगों के टीकाकरण की घोषणा की इसके साथ ही इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकारों पर ही डाल दी थी. केंद्र के इस फैसले के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में भी जमकर वार पलटवार हुए. आखिर में राज्य सरकार ने एक मई से उपलब्ध वैक्सीन के आधार पर टीकाकरण शुरू कर दिया.
वहीं जब टीकाकरण केंद्रों में इस आयु वर्ग के लोगों की लंबी लंबी कतारें लगने लगी. साथ ही देर रात से अपनी बारी का इंतजार कर रहे लोगों को जब बिना टीकाकरण करके वापस लौटना पड़ता तो आक्रोश भी साफ था. इसके बाद राज्य सरकार ने अपना ऐप सीजी टीका ऐप शुरू की. इस ऐप के जरिए टीकाकरण करने वाले लोगों को जो सर्टिफिकेट मिलता था उसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की फोटो लगी रहती थी. हालांकि प्रधानमंत्री की फोटो सर्टिफिकेट में नहीं रहने पर बीजेपी ने काफी हंगामा किया था. जब प्रधानमंत्री की फोटो पूरे देश में फ्री वैक्सीन देने की घोषणा के बाद छत्तीसगढ़ में यह ऐप बन्द हो जाएगा. हालांकि इससे टीकाकरण को लेकर तनाव भी बढ़ जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस सम्बन्ध में कहा कि अब प्रदेश में सीजी टीका पोर्टल बंद कर दिया जाएगा. अब प्रदेश में जो भी टीकाकरण होगा वो केंद्र सरकार के बने पोर्टल कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के आधार पर होगा. उनका कहना है कि जब तक राज्य सरकार टीकाकरण करा रही थी तब तक राज्य सरकार के पोर्टल से पंजीकरण हो रहा था. अब तकनीकी रूप से अब ऐसा संभव नहीं होगा. केंद्र सरकार ने पूरे देश में इस आयु वर्ग के लोगों को टीके देने का ऐलान कर दिया है. अब तक चूंकि 18 से 45 आयु वर्ग के लिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार टीका खरीद रही थी इसलिए यहां टीकाकरण के लिए अलग पोर्टल बना था. ऐसा करने वाला छत्तीसगढ़ चुनिंदा राज्य था.
जिनका हो चुका है रजिस्ट्रेशन उनकी लगेगा टीका: स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव का कहना है कि राज्य सरकार की खरीदी के बाहर के टीके कोविन पोर्टल पर ही पंजीकृत होंगे. हालांकि उनका कहना है कि एक से दो दिनों में स्थिति और साफ होगी मगर फिलहाल अब सिर्फ उनका ही टीकाकरण होगा, जिनका अब तक रजिस्ट्रेशन पहले से ही हो चुका है. उन्होंने कहा कि केंद्र के वैक्सीन करने के ऐलान के बाद अब तक बहुत सी स्थिति अस्पष्ट है. अगर हम 21 जून तक यहां टीकाकरण जारी रखना चाहते हैं तो क्या हमें टीका खरीदना होगा. अभी इतने दिनों के लिए टीके भी नहीं है. ये भी साफ नहीं है कि अब तक जो खरीदा है क्या उसका पैसा वापस होगा? केंद्र को ये बताना चाहिए कि प्रदेश में टीकाकरण हम जारी रख सकते हैं, हालांकि इस पर फैसला विभागीय समीक्षा के बाद करेंगे. उधर, सीजी टीका ऐप में टीकाकरण को लेकर स्लाट नहीं मिलने से लोग वैसे भी परेशान हैं. टीके नहीं मिलने की परेशानी से पहले ही प्रदेश के लोग जूझ रहे हैं. अब जिन्होंने पहले से रजिस्ट्रेशन कराया है उन्हें सीजी टीका ऐप से को पोर्टल में पंजीयन करना पड़ सकता है.
वैक्सीन के लिए अब तक 27 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है राज्य सरकार
स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में टीकाकरण करने के लिए वैक्सीन खरीदने में अब तक लगभग 27 करोड़ का खर्च आया है. 7 जून की तारीख तक पहली और दूसरी डोज को मिलाकर कुल 71 लाख 50 हजार 985 टीके लगाए जा चुके हैं. राज्य में 45 वर्ष से अधिक के 77 प्रतिशत नागरिकों को इसका पहला टीका लगाया जा चुका है. 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 8 लाख 63 हजार 508 युवाओं का टीकाकरण किया जा चुका है. प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक के 58 लाख 67 हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य है. इनमें से अब तक 45 लाख 32 हजार 937 लोगों को कोरोना से बचाव के टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है. 7 लाख 7 हजार 356 को टीके की दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है.
18 प्लस वालों को वैक्सीन के लिए करनी पड़ सकती है जद्दोजहद
18 से 45 साल के लोगों को टीकाकरण के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ सकती है. राजधानी में ही 70 हजार से ज्यादा युवाओं को फिर कोविन में रजिस्ट्रेशन कराना पड़ सकता है. वहीं वरिष्ठता भी नए पंजीयन से ही मानी जाएगी. राजधानी में ही अभी करीब सवा तीन लाख से अधिक युवाओं के पंजीयन का रिकॉर्ड सीजी टीका पोर्टल में किया गया है. प्रदेश में 32 लाख से अधिक लोग रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि अभी यह कोशिश कर रहे हैं कि जितने लोग सीजी टीका पोर्टल में पंजीकृत हैं, उनका डेटा कोविन में ट्रांसफर हो जाए, ताकि किसी को दोबारा रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं पड़े. राज्य सरकार की ही चिप्स ने 12 मई को यह पोर्टल तैयार किया था. सीजी टीका वेब पोर्टल शुभारंभ के 24 घण्टे के भीतर ही 72 हजार से ज्यादा पंजीयन हुए थे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस टीके की शुरुआत की थी.