जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना की दूसरी लहर में हुई आक्सीजन की किल्लत से सबक लेकर स्वास्थ्य विभाग ने दून समेत पूरे प्रदेश में आक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति की राह तैयार कर ली है। तीसरी लहर में आक्सीजन की कमी इलाज में बाधा न बने, इसके लिए दून में भी जिला अस्पताल (कोरोनेशन व गांधी शताब्दी) और दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में आक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। वहीं, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) रायपुर और संयुक्त चिकित्सालय प्रेमनगर समेत सभी जगह आक्सीजन कंसन्ट्रेटर व सिलिंडर की व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है।
जिला चिकित्सालय में आक्सीजन प्लांट रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान (डीआरडीओ) की मदद से तैयार किया जा रहा है। यहां 1000 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) क्षमता का प्लांट हैदराबाद से एयरलिफ्ट करके लाया जाएगा। अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. मनोज उप्रेती का कहना है कि इस प्लांट के माध्यम से 200 मरीजों को आक्सीजन दी जा सकेगी। आक्सीजन की आपूर्ति के लिए अस्पताल में चैंबर बनाने के साथ ही पाइपलाइन बिछा दी गई है। प्लांट के सेटअप की तैयारी हो चुकी है। यहां पहुंचते ही प्लांट को सेट कर दिया जाएगा।
दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में अभी दो प्रायोजनिक टैंक है। इनमें लिक्विड आक्सीजन डालकर मरीजों को आक्सीजन की आपूर्ति की जाती है। अब यहां आक्सीजन जनरेशन प्लांट तैयार किया जा रहा है। यह प्लांट 20 टन क्षमता का होगा। इसे एक निजी कंपनी तैयार कर रही है। प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने बताया कि प्लांट जल्द बनकर तैयार हो जाएगा।
प्रदेश में 15 आक्सीजन प्लांट हो चुके तैयार
दून समेत पूरे प्रदेश में 15 आक्सीजन प्लांट तैयार हो चुके हैं। इनमें अधिकतर प्रायोजनिक टैंक हैं। पिथौरागढ़ और श्रीनगर में आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाए गए हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक डा. तृप्ति बहुगुणा के अनुसार, आक्सीजन को लेकर भविष्य में किसी भी तरह की चुनौती के लिए विभाग तैयार है।