बाजार जा रहे 23 वर्षीय युवक नरेश बैरवा को पुलिसकर्मियों ने लाठियों से बेरहमी से पीटा. इस पिटाई से युवक के शरीर पर निशान बन गए.
Tonk: जिले में खाकी की गुंडागर्दी थमने का नाम नहीं ले रही है. एक बार फिर से टोंक पुलिस (Tonk Police) ने राजस्थान (Rajasthan) की खाकी को शर्मसार किया है. पिछले छह महीने में यह करीब 12वीं यानी दर्जनभर रिकॉर्ड कायम कर चुकी घटना है, जिसमें टोंक पुलिस पर गुंडागर्दी के आरोप लगे हैं.
ताजा मामला देवली में कोरोना गाइडलाइन की पालना कराने के लिए चौकी पर लगाये पुलिसकर्मी द्वारा दलित युवक नरेश बैरवा (Naresh Bairwa) के साथ बेरहमी से मारपीट का है, जिस पर विधायक हरीश मीना (Harish Meena) की शिकायत पर भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
टोंक में पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश (Omprakash) के नेतृत्व में अधिकारियों से लेकर जवानों तक ने गुंडागर्दी की सारी हदें पार कर दीं. पहले दतवास पुलिस थाने में युवक को बेरहमी से पीट-पीट कर मार डाला और अब देवली में एक दलित युवक नरेश बैरवा के साथ बेरहमी की सारी हदें पार कर दीं. हद तो यह है कि जब पीड़ित विधायक हरीश मीना साथ शिकायत करने पहुंचा और विधायक ने अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए तो अधिकारियों का रटा रटाया जवाब सुनकर विधायक भी भौचक्के रह गए और उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ट्वीट कर मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग कर दी.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, देवली शहर में कोरोना संक्रमण काल में चेक पोस्ट पर कार्यरत पुलिसकर्मियों द्वारा जांच पड़ताल की जा रही थी. इसी दौरान 23 वर्षीय नरेश बैरवा वहां से गुजर रहा था. पुलिस ने अचानक नरेश को रोक लिया. बाजार जा रहे 23 वर्षीय युवक नरेश बैरवा को पुलिसकर्मियों ने लाठियों से बेरहमी से पीटा. इस पिटाई से युवक के शरीर पर निशान बन गए.
पिटाई के निशान दे रहे बेरहमी की गवाही
इसे लेकर पीड़ित नरेश कुमार पुत्र रंगलाल बैरवा निवासी कोटा रोड ने देवली थाना प्रभारी रामनारायण भंवरिया को शिकायत दी है. इसमें बताया कि गुरुवार शाम वह शहर की तरफ आ रहा था. इस बीच राजभवर होटल के समीप लगी चेक पोस्ट पर कार्यरत आरएसी के जवानों ने उसे रोक लिया तथा लाठियों से जमकर पीटा, जिससे उसके कमर, जांघ, पसलियों और पैरों की पिंडलियों पर चोटें आई हैं. लाठियों की मार से युवक के पिटाई के निशान तक बन गए. पीड़ित युवक बाद में अपने घर पहुंचा तथा परिजनों को जानकारी दी. इधर, पीड़ित युवक नरेश देवली पुलिस थाने पहुंचा, जहां उसने आरएसी पुलिसकर्मियों के कृत्य की शिकायत की.
विधायक ने दिया मदद का आश्वासन
साथ ही युवक ने स्थानीय विधायक हरिश मीना को भी मामले की शिकायत की, जिसके चलते विधायक ने मामले को गंभीर माना ओर युवक को उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है लेकिन पुलिस है कि किसी तरह की कार्यवाही को तैयार नही है उल्टा युवक से पर दबाव बनाकर समझाइश पर उतारू है जबकि पीड़ित युवक मामले में कार्यवाही की आस लेकर पुलिस थाने पहुंचा जहां भी उसे न्याय नहीं मिल पा रहा है और स्थानीय विधायक द्वारा मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों को कार्यवाही के निर्देश के बावजूद कार्यवाही नहीं होना भी बड़े सवाल खड़े करता है.
पुलिस पर उठ रहे सवाल
टोंक पुलिस द्वारा राजस्थान पुलिस की छवि को धूमिल करती तस्वीरों के बाद भी न तो अजमेर रेंज आईजी एस. सैंगाथीर कोई एक्शन ले रहे हैं, ना ही सूबे के पुलिस मुखिया. अब लोग कयास यह लगा रहे हैं कि कही आईपीएस ओमप्रकाश के कोई भारी राजनैतिक रसूखात तो नहीं है.