UP News: उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण कम हो रहा है. इसे देखते हुए योगी सरकार ने प्रदेश भर के अस्पतालों में शुक्रवार से ओपीडी (OPD) और आइपीडी सेवाएं कोरोना प्रोटोकाल के साथ शुरू करने का निर्णय किया है.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ देवेंद्र सिंह नेगी ने कहा है कि 4 जून 2021 से यूपी के सभी जिलों के अस्पतालों में ओपीडी (OPD) के साथ सर्जरी के काम शुरू कर दिए जाएंगे. राज्य सरकार (UP Government) की तरफ से जारी हुए विस्तृत आदेश के बारे में बताते हुए डॉ देवेंद्र सिंह नेगी ने न्यूज़18 से कहा कि अगर किसी अस्पताल में कोरोना के मरीज होंगे तो उन्हें जिले में एक नोडल अस्पताल बनाकर वहां शिफ्ट कर दिया जाएगा. बाकी पूरे अस्पताल को सैनेटाइज करवाकर ओपीडी शुरू करने के लिए कहा गया है. इस बात का खास ख्याल रखा जाएगा कि अस्पताल में फीवर क्लीनिक जरूर बनाया जाए.
माना जा रहा है कि 4 जून से शुरू हो रहे ओपीडी सेवा से उत्तर प्रदेश के लाखों लोगों को मदद मिलेगी. उधर सर्जरी को लेकर भी आदेश में विस्तृत तौर से बताया गया है कि जिन लोगों की सर्जरी पहले से शेड्यूल थी, उनकी सर्जरी के साथ-साथ तमाम नई सर्जरी को भी की जाए. गर्भवती महिलाओं की प्रेगनेंसी, आंखों से जुड़ी सर्जरी के साथ प्राथमिकता वाली सर्जरी का चयन किया जाए.
ओपीडी और आईपीडी की क्या है रणनीति?
उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण कम होता देख राज्य सरकार ने प्रदेश भर के अस्पतालों में शुक्रवार से ओपीडी (OPD) और आइपीडी की सेवाएं कोरोना प्रोटोकाल के साथ शुरू करने का निर्णय किया है. इस बारे में अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बुधवार देर रात को एक आदेश भी जारी कर दिया. आदेश के बाद अब मरीजों को चिकित्सीय परामर्श के साथ-साथ भर्ती होने की सुविधा मिलेगी. प्रदेश के सभी डीएम, सीएमओ व सीएमएस को भेजे इस आदेश में शुक्रवार यानी 4 जून से जिले के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी व आईपीडी सेवा शुरू करने को कहा गया है.सभी पीएचसी, सीएचसी, जिला अस्पताल, मंडलीय अस्पताल व विशेष प्रयोजन के लिए बनाए गए अस्पतालों में फीवर क्लीनिक व फ्लू कॉर्नर बनाए जाएंगे. कोरोना के लक्षण युक्त रोगियों का यहीं पर परीक्षण कराया जाएगा ताकि वह अन्य रोगियों से अलग रहें. यहां पर लक्षण युक्त रोगियों का कोरोना टेस्ट ट्रूनैट व एंटीजन के माध्यम से कराया जाएगा.