सार
कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब कांग्रेस में उठी कलह को रोकने के लिए पार्टी हाईकमान की तरफ से बनी कमेटी से मिलने गुरुवार को दिल्ली रवाना हो गए। इससे पहले उन्होंने तीन विधायकों को कांग्रेस में शामिल करवाया।
विस्तार
पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले गुरुवार को बड़ा उलटफेर हुआ। दिल्ली में हाईकमान के सामने पेशी से पहले सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने धुर विरोधी और पंजाब एकता पार्टी के प्रधान सुखपाल खैरा को कांग्रेस पार्टी में शामिल करवा दिया। इसे कैप्टन का बड़ा राजनीतिक दांव माना जा रहा है। खैरा के साथ मौड़ से आप के विधायक जगदेव सिंह कमालू और भदौड़ के आप विधायक पिरमल सिंह धौला ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया। इसकी पुष्टि पंजाब कांग्रेस द्वारा अपने फेसबुक पेज के जरिए की गई है।
कैप्टन ने कहा कि तीनों सीनियर नेताओं को पार्टी में शामिल करने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रधान सोनिया गांधी की ओर से इजाजत मिल गई है। एआईसीसी के महासचिव और पंजाब इंचार्ज हरीश रावत और प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ तीन सदस्यीय कमेटी से दिल्ली में विचार-विमर्श में व्यस्त हैं। उन्हें आस है कि उनसे आशीर्वाद कुछ दिनों में मिल जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पक्की राय है कि सुखपाल खैरा और उनके साथियों के शामिल होने से कांग्रेस पार्टी और मजबूत होगी। गुरुवार को चंडीगढ़ में साधारण शिरकत समारोह के दौरान पटियाला से सांसद परनीत कौर भी मौजूद रहीं। उन्होंने कहा कि पार्टी में शामिल हुए विधायक पार्टी को और मजबूत करेंगे।
खैरा बोले, अपने हलके के कामों के लिए आए थे
कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात और उनके साथ फोटो खिंचवाकर लौटते समय सुखपाल खैरा से जब पत्रकारों ने इस मुलाकात के बारे में जानना चाहा तो खैरा ने केवल इतना ही कहा कि वह अपने हलके का कुछ काम करवाने के लिए मुख्यमंत्री से मिलने आए थे, जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री से पहले से समय भी लिया हुआ था। बाकी दो आप विधायकों के बारे में पूछे जाने पर खैरा ने कहा कि वह दोनों विधायक भी अपने-अपने हलकों के कामों के सिलसिले में ही मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे थे। यह पूछे जाने पर कि क्या वे कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं, खैरा कोई भी जवाब दिए बिना चले गए।