CBSE सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि सीबीएसई कक्षा 12 के परिणाम कॉलेजों और विदेशी विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाने वाले छात्रों के लिए समय पर घोषित किए जाएंगे.
नई दिल्ली: कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) को देखते हुए केंद्र सरकार ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी है. लेकिन छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट कैसे किया जाएगा या फिर मार्क्स का मूल्यांकन किस आधार पर होगा इसे लेकर अब तक को कोई ऐलान नहीं किया गया है. ऐसे में छात्रों और पैरेंट्स के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
जल्द जारी होंगे परिणाम
इस बीच CBSE सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि सीबीएसई कक्षा 12 के परिणाम कॉलेजों और विदेशी विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाने वाले छात्रों के लिए समय पर घोषित किए जाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि आमतौर पर कॉलेजों में प्रवेश अगस्त से शुरू होते हैं और मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि परिणाम समय पर घोषित किए जाएंगे.
घबराएं नहीं: CBSE की छात्रों से अपील
अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि हम कक्षा 12 के मूल्यांकन के लिए मानदंड तैयार करने की प्रक्रिया में हैं. इसके पूरा होने के बाद हम इसे सार्वजनिक डोमेन में डाल देंगे. उन्होंने आगे कहा कि छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को इसके लिए थोड़ा इंतजार करना होगा. उन्होंने सभी से अपील की कि घबराएं नहीं.
कैसे तैयार होंगे रिजल्ट?
सीबीएसई बोर्ड की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, CBSE का फोकस अभी इंटरनल असेसमेंट पर है. कक्षा 10वीं के मूल्यांकन के तरीके से ही 12वीं के रिजल्ट भी तैयार किए जा सकते हैं.
इंटरनल एग्जाम के आधार पर भी जारी हो सकता है रिजल्ट
दरअसल, ये कयास इसलिए लगाए जा रहे हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने कहा था कि कक्षा 12वीं का परिणाम तैयार करने के लिए इंटरनल परीक्षा को भी आधार पर बनाया जा सकता है. इसीलिए कहा जा रहा है कि 11वीं और 12वीं के इंटरनल परीक्षा के आधार पर 12वीं का अंतिम रिजल्ट तैयार किया जा सकता है.
रिजल्ट से असंतुष्ट छात्रों के पास होगा एग्जाम का ऑप्शन
परीक्षा रद्द होने की खबर से कुछ छात्र दुखी नजर आए, ऐसे छात्रों की संतुष्टि के लिए सीबीएसई (CBSE) ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक अधिसूचना जारी की है. इसके मुताबिक कक्षा दसवीं बोर्ड की तरह 12वीं के लिए भी ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया तैयार किया जाएगा. अगर कोई छात्र आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर तैयार किए गए रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होगा, तो उसे परीक्षा देने का एक अवसर भी दिया जाएगा. हालांकि कोरोना को लेकर स्थिति अनुकूल होने पर ही छात्रों को परीक्षा देने का विकल्प दिया जाएगा.