Jharkhand News : राज्य के अंदरूनी इलाकों में जून के महीने से वैसे ही इस तरह के संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है और इनसे जूझने की कवायद होती है. इस बार तूफानी बारिश से स्थितियां कुछ पहले ही कुछ ज़्यादा चिंताजनक दिख रही हैं.
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रांची. हाल में, चक्रवाती तूफान यास के चलते झारखंड में जो भारी बारिश हुई, उसका एक नतीजा यह है कि राज्य के खासकर ग्रामीण इलाकों में पानी भर जाने से डेंगू और चिकनगुनिया का खतरा बढ़ गया है. जानकार कह रहे हैं कि अगर ये बीमारियां बेकाबू हुईं तो कोरोना संक्रमण की स्थितियां और खतरनाक हो सकती हैं. इस बारे में झारखंड के स्वास्थ्य विभाग ने खतरे की घंटी सुनते हुए राज्य के स्वास्थ्य अमले को चेताया है और ज़रूरी निर्देश जारी किए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग ही नहीं, बल्कि नगर निगम, नगर पालिका, स्थानीय प्रशासन समेत कम्युनिटी वॉलेंटियरों तक सतर्क रहने और सहयोग करने की बात पहुंचाई गई है.
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राज्य के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने सभी सिविल सर्जनों को निर्देश देने के साथ ही, कहा है कि स्थानीय स्तर पर सिस्टम के विभिन्न विभागों के सहयोग लेकर मच्छरों के पनपने की जगहों को नष्ट किया जाए. इस बारे में सरकार ने सभी ज़िलों से 10 जून तक एक्शन प्लान मांगा है और 15 जून से ज़मीनी कवायद शुरू कर देने की बात कही है.
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डेंगू और चिकनगुनिया के मरीज़ों के लिए नियमित जांच की व्यवस्था सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर किए जाने के निर्देशों में कहा गया है कि राज्य के 6 अस्पतालों में सैंपल भेजकर पुष्टि करवाई जा सकेगी. इन अस्पतालों में रिम्स रांची, सदर अस्पताल रांची, पीएमसीएच धनबाद, एमजीएम जमशेदपुर, डीपीएचएल चाईबासा और डीपीएचएल साहेबगंज शामिल हैं. यहां ऐसे मरीज़ों का मुफ्त इलाज भी होगा.
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दूसरी तरफ, सिंह ने ये भी स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि नियंत्रण उपायों के तहत टीमें बनाकर घर-घर निगरानी करवाई जाए ताकि मच्छरों के पनपने के स्थानों की पहचान कर उन्हें खत्म किया जा सके. इसके अलावा, इस संक्रमण से बचने के लिए लोगों को कई तरह से जागरूक किए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं.
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क्या है खतरा और तैयारी? झारखंड के कई इलाकों में अब भी कोरोना संक्रमण फैला हुआ है या फैल रहा है. ऐसे में अगर डेंगू और चिकनगुनिया जैसे संक्रमण फैलते हैं तो यह जानलेवा हो सकता है और कई तरह के संक्रमणों के चलते हालात बेकाबू हो सकते हैं. इसके लिए ज़िला स्तर पर तैयारियां शुरू की जा रही हैं. खबरों के मुताबिक धनबाद ज़िले में डेंगू, चिकनगुनिया व मलेरिया से जूझने के लिए हेल्थकेयर स्टाफ को ट्रेनिंग के साथ ही एंबुलेंस, इलाज और मुफ्त दवाओं आदि की व्यवस्था करवाई जा रही है. त्वरित जांच किट भी प्रखंडों के हेल्थ वर्करों को मुहैया करवाई गई है.