बबीता जी उर्फ मुनमुन दत्ता (Munmun Dutta) का मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. एक वीडियो की वजह से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जातिसूचक शब्द इस्तेमाल करने की वजह से अब उनके ऊपर एक और FIR दर्ज हो गई है.
नई दिल्ली: बबीता जी उर्फ मुनमुन दत्ता (Munmun Dutta) की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रहीं. एक्ट्रेस के खिलाफ अब अंबोली पुलिस ने शिकायत दर्ज की है. अगर मामला आगे बढ़ा तो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ ( Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) स्टार दिक्कत में आ सकती हैं.
बबीता जी के खिलाफ दर्ज हुई शिकायत
मुनमुन (Munmun Dutta) के खिलाफ पुलिस ने शिकायत दर्ज की है. शिकायतकर्ता का आरोप है कि उन्होंने वाल्मीकि समाज का अपमान किया है. अंबोली पुलिस ने एक्ट्रेस के खिलाफ शिकायत दर्ज की है. अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार प्रतिबंध नियम (एट्रोसिटी एक्ट) 2015 के तहत ये मामला दर्ज किया गया है. बता दें कि एट्रोसिटी की धारा 3 (प)(1)(त)(5)(4) के तहत मामला दर्ज किया गया.
शिकायतकर्ता ने लगाया भावनाएं आहत करने का आरोप
शिकायतकर्ता का आरोप है कि मुनमुन दत्ता (Munmun Dutta Social Media) ने सोशल मीडिया पर वीडियो बनाते समय कहा था मैं यूट्यूब पर भी आने वाली हूं. इस दौरान उन्होंने अपनी यह बात रखते समय वाल्मीकि समाज का अपमान था. उन्होंने आगे कहा, ‘उन्होंने (मुनमुन दत्ता) यह वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया. सोशल मीडिया पर उनको लाखों लोग फॉलो करते हैं और इस वीडियो को देखकर समाज के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं और बेइज्जती महसूस हुई है.
पहले भी दर्ज हो चुकी है शिकायत
इससे पहले अखिल भारतीय बलाई महासंघ के अध्यक्ष मनोज परमार द्वारा दर्ज एक शिकायत के आधार पर, इंदौर में एक्ट्रेस के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार प्रतिबंध नियम (एट्रोसिटी एक्ट) 2015 के तहत एक और प्राथमिकी दर्ज की गई थी. अपनी शिकायत में, परमार ने कहा था कि मुनमुन दत्ता (Munmun Dutta Viral Video) द्वारा अपने वीडियो में जातिसूचक शब्द के इस्तेमाल से अनुसूचित जाति समुदाय, विशेषकर वाल्मीकि समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है.
मुनमुन दत्ता ने मांगी थी माफी
इस वीडियो पर माफी मांगते हुए मुनमुन दत्ता (Munmun Dutta Video) ने बयान जारी किया था. उन्होंने लिखा था, ‘यह एक वीडियो के संदर्भ में है जिसे मैंने पोस्ट किया था, जहां मेरे द्वारा इस्तेमाल किए गए एक शब्द का गलत अर्थ लगाया गया है. यह अपमान, धमकी या किसी की भावनाओं को चोट पहुंचाने के इरादे से कभी नहीं कहा गया था. मेरी भाषा के अवरोध के कारण, मुझे सही मायने में शब्द का मतलब नहीं पता था. एक बार जब मुझे इसका मतलब पता चला तो मैंने तुरंत उस पार्ट को हटा दिया.’