किआ इंडिया (Kia India) ने एमयूवी किआ कार्निवाल (Kia Carnival) खरीदने वाले ग्राहकों के लिए सैटिस्फैक्शन गारंटी स्कीम (Satisfaction Guarantee Scheme) लॉन्च की है. इसके तहत अगर आप इस एमयूवी (MUV) को खरीदते हैं और पसंद नहीं आती तो इसे कंपनी को लौटा सकते हैं.
नई दिल्ली. किआ इंडिया (Kia India) ने अपने ग्राहकों के लिए खास ऑफर पेश किया है. इसके तहत अगर आपने किआ इंडिया की मल्टी यूटीलिटी व्हीकल किआ कार्निवाल (MUV Kia Carnival) खरीदी है और आपको यह कार पसंद नहीं आ रही है तो आप इसे 30 दिन के अंदर वापस कर सकते हैं. इंडियन कार मार्केट में बेहद कम समय में अपनी पहचान बनाने वाली ऑटोमोबाइल कंपनी किआ मोटर्स (Kia Motors) ने अपना नाम किआ इंडिया करने के साथ अपने कस्टमर्स के लिए यह स्कीम लॉन्च की है, जो अब तक किसी भी ऑटोमोबाइल कंपनी ने नहीं की थी.
किओ इंडिया लौटाएगी एक्स-शोरूम कमीत की 95% रकम
किआ इंडिया ने किआ कार्निवाल खरीदने वाले ग्राहकों के लिए सैटिस्फैक्शन गारंटी स्कीम (Satisfaction Guarantee Scheme) लॉन्च की है. इसके तहत अगर आप इस एमयूवी को खरीदते हैं और किसी कारण से यह आपको पसंद नहीं आती तो इसे खरीदने के बाद आप इसे कंपनी को लौटा सकते हैं. इस स्कीम के तहत कंपनी आपको खरीदी हुई किआ कार्निवाल लौटाने पर कार की कुल कीमत यानी एक्स-शोरूम की 95 फीसदी राशि रिफंड कर देगी. साथ ही रजिस्ट्रेशन और फाइनेंस कराने में खर्च हुई राशि भी कंपनी लौटा देगी. हालांकि, इसमें एक शर्त है कि कार इन 30 दिन में 1500 किमी से ज्यादा नहीं चली हो और कोई डैमेज नहीं हुआ हो.
स्कीम का फायदा लेने के लिए ग्राहकों को क्या करना होगा
ऑटोमेकर की इस स्कीम का फायदा उठाने वाले कस्टमर्स को कार ट्रांसफर करने के लिए ओनरशिप एग्रीमेंट के साथ सभी डॉक्यूमेंट्स देने होंगे. साथ ही फाइनेंसर की तरफ से नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट देना होगा. किआ इंडिया के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर टेई-जिन पार्क (Tae-Jin Park) ने कहा कि यह स्कीम ग्राहकों को संतुष्टि देने के लिए लॉन्च की गई है. इससे वे निश्चिंत हो सकेंगे कि अगर कार उन्हें पसंद नहीं आएगी तो इसे लौटा भी सकते हैं. बता दें कि किआ इंडिया ने 2020 के ऑटो एक्सपो में किआ कार्निवाल लॉन्च की थी. इस 7 से 9 सीटर कार की मुंबई में एक्स-शोरूम कीमत 25 लाख रुपये है. पिछले एक साल में इस कार की 6,200 से अधिक यूनिट्स बिकी हैं. इसमें इसके लिमोजिन वेरिएंट की हिस्सेदारी 60 फीसदी से ज्यादा है.