Coronavirus Origin Theory: अमेरिकी राष्ट्रपति के अनुसार, इंटेलिजेंस कम्युनिटी के दोनों धड़े मानते हैं कि चूंकि अभी उनके पास पुख्ता सबूत नहीं है इसीलिए फिलहाल अभी नहीं कहा जा सकता कि कौन सही है.
वाशिंगटन: कोरोना वायरस की उत्पत्ति (Coronavirus Origin Theory) पर अभी अमेरिका (United States) की इंटेलिजेंस कम्युनिटी किसी एक निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई है कि वायरस जानवर से इंसान में आया या फिर लैब में बना. इस बीच निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden Orders Probe) ने देश की इंटेलिजेंस कम्युनिटी को 90 दिन का और समय दिया है. 90 दिन के अंदर इंटेलिजेंस कम्युनिटी की अपनी रिपोर्ट सबमिट करनी होगी.
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने दिया आदेश
कोरोना (Corona) की उत्पत्ति पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के जारी किए गए बयान के मुताबिक, अमेरिकी इंटेलिजेंस कम्युनिटी का एक धड़ा मानता है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) जानवर से इंसान में आया, वहीं दूसरा धड़ा मानता है कोरोना वायरस लैब एक्सीडेंट से उत्पन्न हुआ यानी लैब में इंसान ने बनाया और गलती से फैल गया.
कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच
अमेरिकी राष्ट्रपति के अनुसार, इंटेलिजेंस कम्युनिटी के दोनों धड़े मानते हैं कि चूंकि अभी उनके पास पुख्ता सबूत नहीं है इसीलिए फिलहाल अभी नहीं कहा जा सकता कि कौन सही है.
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने ये भी कहा कि अमेरिका अपनी तरह सोचने वाले देशों के साथ काम करता रहेगा, जिससे चीन पर वायरस की उत्पत्ति की पारदर्शी और साक्ष्य आधारित जांच में भाग लेने और प्रासंगिक डेटा मुहैया करवाने का दबाव बनाया जा सके.
जान लें कि दुनियाभर के देशों को शक है कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति चीन के वुहान में स्थित लैब में हुई है. हालांकि चीन इस बात को शुरुआत से नकार रहा है. चीन पर कोरोना से जुड़ी जानकारी को छिपाने के आरोप भी हैं.