पैसा तो हर कोई कमाना चाहता है लेकिन कई बार फाइनेंशल प्लानिंग के बावजूद हम अपना वित्तीय लक्ष्य हासिल नहीं कर पाते। ऐसे में कोरोना महामारी के दौर में कई लोग सरकारी योजनाओं में निवेश कर रहे हैं, जिनसे उनको फायदा हो रहा है। पोस्ट ऑफिस में निवेशकों के लिए तमाम तरह की जमा योजनाएं उपलब्ध हैं। इन्हें छोटी बचत योजना भी कहते हैं। इन योजनाओं की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इन पर सरकार का हाथ है। इन्हीं में से एक है पोस्ट ऑफिस की रिकरिंग डिपॉजिट (आरडी) योजना।
कितना मिलेगा ब्याज?
पांच साल की रिकरिंग डिपॉजिट पर ग्राहकों को अभी 5.8 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है। केंद्र सरकार की भूमिका होने की वजह से इस योजना में जोखिम कम होता है। छोटी बचत योजनाएं दूसरी योजनाओं की तुलना में ज्यादा सुरक्षित होती हैं। सरकार हर तिमाही में इनकी ब्याज दरें तय करती है। इन योजनाओं पर ब्याज दरों की समय-समय पर समीक्षा की जाती है। वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार 2004 से 2014 के बीच छोटी बचत योजनाओं की दरों में केवल तीन बार बदलाव किए गए जबकि उसके बाद से अभी तक इनमें 21 बार बदलाव किया जा चुका है। अब हर तिमाही इनकी समीक्षा की जाती है।
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क्या है निवेश की अवधि?
पोस्ट ऑफिस की आरडी योजना में कम से कम पांच साल तक निवेश करना अनिवर्य होता है। इसके बाद आप इसे अपने हिसाब से आगे बढ़ा सकते हैं।
कितना कर सकते हैं न्यूनतम निवेश?
वहीं न्यूनतम निवेश की बात करें, तो निवेशकों को प्रति माह 100 रुपये का निवेश करना अनिवार्य है। अगर आप इससे ज्यादा निवेश करना चाहते हैं, तो 10 के मल्टीपल में रकम जमा करा सकते हैं। अधिकतम जमा राशि की कोई सीमा नहीं है।
पांच साल में इकट्ठा होगा 69 हजार से ज्यादा का फंड
यदि आप पोस्ट ऑफिस की आरडी योजना में पांच साल के लिए हर महीने 1000 निवेश करते हैं, तो पांच साल बाद आपके पास 69 हजार रुपये से ज्यादा का फंड इकट्ठा हो जाएगा। इसमें आपके द्वारा निवेश की गई राशि 60,000 रुपये है और बाकि का ब्याज है।
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10 वर्षों में 1,62,000 से ज्यादा का फंड
इसी तरह अगर आप 10 वर्षों तक प्रति माह 1000 निवेश करते हैं। तो 10 सालों बाद आपके पास एक लाख 62 हजार रुपये से ज्यादा का फंड इकट्ठा हो जाएगा। इसमें आपके द्वारा निवेश की गई राशि 1,20,000 रुपये है और बाकि का ब्याज है। यह गणना एक मोटे अनुमान के तौर पर की गई है।
विशेषज्ञ की राय भी जरूरी
हालांकि आपको किसी विशेषज्ञ की सलाह के बिना किसी योजना में निवेश नहीं करना चाहिए। वित्त विशेषज्ञ आपको आपकी जरूरतों के अनुसार बेहतर निवेश के विकल्पों के बारे में बता सकते हैं। निवेश से पहले फाइनेंशियल प्लानिंग भी बेहद अहम है।