पटना, जागरण संवाददाता। Cyclone Yaas ALERT in Bihar बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में बना कम दबाव का क्षेत्र सोमवार को तूफान ‘यास’ (Yaas Cyclone) में तब्दील हो चुका है। मंगलवार की शाम एवं बुधवार की सुबह तक इसके उड़ीसा के बालासोर तट से टकराने के आसार हैं। इस दौरान हवा की गति 150 से 175 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। मंगलवार से बिहार में तूफान का असर दिखने लगा है। राजधानी पटना (Patna) में भी असर दिखने लगा है। भागलपुर सहित राज्य के पूर्वी भागों में मंगलवार सुबह से बारिश हो रही है। तूफान के मद्देनजर मौसम विज्ञान केंद्र ने बिहार में 25 व 26 के लिए येलो अलर्ट एवं 27 व 28 के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। तूफान का असर सीमांचल सहित पूरे बिहार पर पड़ेगा। खासकर भागलपुर के लिए 27 मई को रेड अलर्ट जारी किया गया है।
पूर्वी बिहार में आंधी के साथ बारिश आरंभ
यास’ तूफान के कारण मंगलवार की सुबह करीब चार बजे से भागलपुर में तेज आंधी के साथ बारिश हो रही है। तूफानी हवाओं की गति करीब 150 किलोमीटर प्रति घंटा है। बारिश के कारण जगह-जगह जलजमाव हो गया है। बांका, मुंगेर, जमुई, लखीसराय, खगडि़या, पूर्णिया, अररिया, किशगनंज, कटिहार, सहरसा, सुपौल और मधेपुरा सहित सीमांचल व कोसी के इलाकों में भी सुबह से बारिश हो रही है। कहीं-कहीं से वज्रपात की भी खबरें मिल रहीं हैं।
यास तूफान को लेकर बिहार में अलर्ट
यास तूफान को लेकर बिहार में 25 से 30 मई तक भारी बारिश हो सकती है। वैसे बिहार आते-आते तूफान की तीव्रता समाप्त हो जाएगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यास के असर ले बिहार को अलर्ट किया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने चक्रवाती तूफान यास को लेकर बिहार के मुख्य सचिव व आपदा प्रबंधन विभाग को पत्र लिखकर कहा है कि बिहार के किस हिस्से में तूफान का असर किस स्वरूप में दिखेगा।
25 से 30 मई के बीच मूसलधार बारिश
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी आशीष कुमार ने बताया कि तूफान का असर दक्षिण, मध्य व पूर्वी बिहार में ज्यादा पड़ सकता है। 27-28 मई को दक्षिण व पूर्वी बिहार के साथ साथ उत्तर-पूर्वी बिहार पर भी तूफान का प्रभाव पड़ेगा। तूफान को लेकर किसी खास जिले के लिए अभी तक अलर्ट जारी नहीं किया गया है , लेकिन बिहार के कई जिलों में 25 से 30 मई के बीच मूसलधार बारिश की आशंका है। मौसम विभाग तूफान की और जानकारी मिलने पर उसके अनुसार बारिश का जिलावार अलर्ट जारी करेगा।
तेज आंधी व बारिश के साथ होगा वज्रपात
तूफान के दौरान 25 से 30 मई के बीच बिहार में गरज के साथ तेज आंधी चलेगी। बारिश के साथ वज्रपात की भी आशंका है। तूफान की वजह पेड़ उखड़ सकते हैं। बिजली वितरण व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। राज्य के निचले भागों में जलजमाव भी हो सकता है। कम विजिबिलिटी की वजह से कुछ हद तक विमानों के परिचालन में भी बाधा उत्पन्न हो सकती है।
उड़ीसा के बालासोर के आसपास बारिश शुरू
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार के अनुसार इस तूफान का केंद्र बंगाल के दीघा के पास है।
बंगाल की खाड़ी में उठा तूफान अब उत्तर एवं पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने लगा है। धीरे-धीरे इसकी गति एवं तीव्रता बढ़ रही है। तूफान के मंगलवार की रात या बुधवार की सुबह तक इसके देश के तटीय भाग से टकराने की उम्मीद है। तटीय भाग से टकराने से पहले तूफान ‘यास’ अति गंभीर हो चुका होगा। इसके पहले उड़ीसा के बालासोर के आसपास बारिश भी शुरू हो गई है। समुद्र तटीय इलाकों में तेज हवाओं का चलना शुरू हो गया है।
झारखंड की बात करें तो तूफान के 26 मई को पूर्वी सिंहभूम जिला से टकराने की संभावना है।
बिहार में तूफान के पहले गर्मी ने छुड़ाया पसीना
तूफान के पूर्व सोमवार को पटना समेत पूरा प्रदेश गर्मी से झुलसता रहा। सोमवार को राजधानी में अधिकतम तापमान 38.8 एवं न्यूनतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राजधानी की हवा में आद्रता 38 फीसद रिकॉर्ड की गई। भागलपुर राज्य का सर्वाधिक गर्म स्थान रहा, जहां अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मंगलवार से तापमान में गिरावट की उम्मीद व्यक्त की जा रही है।