रायपुर से लगे हुए गरियाबंद जिले की तहसीलदार करिश्मा वर्मा का सोमवार सुबह कोरोना से निधन हो गया। वो गर्भवती थीं और रायपुर AIIMS में उनका इलाज चल रहा था। 2013 बैच की अफसर रहीं करिश्मा के IAS पति चंद्रकांत वर्मा गरियाबंद जिला पंचायत के CEO हैं। उन्होंने पलारी में पदस्थ अपनी पत्नी को तीन माह पहले ही अपने पास बुला लिया था। 25 दिन पहले करिश्मा और उनके पति चंद्रकांत दोनों पॉजिटिव हुए थे। बाद में पति की तबीयत ठीक हो गई, लेकिन करिश्मा की हालत बिगड़ गई। उन्हें 6 मई को AIIMS में भर्ती कराया गया था।
गर्भवती होने के कारण नहीं लगी वैक्सीन
चार माह की गर्भवती होने के कारण करिश्मा को कोरोना की वैक्सीन भी नहीं लगाई गई थी। AIIMS में दाखिल करने के बाद उनकी एक बार एंटीजन रिपोर्ट निगेटिव आ गई थी, लेकिन हालात में सुधार नहीं था। उनका वहीं इलाज जारी रखा गया। डॉक्टरों की सलाह पर उनका अबार्शन भी करा दिया गया, जिससे काम्पिलिकेशन कम हो, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पांच दिन से उनकी स्थिति और बिगड़ गई थी। आक्सीजन लेवल गिर गया और बीपी भी लो हो गया था।
एयर एंबुलेंस से बाहर ले जाने की कोशिश
जब लगातार करिश्मा की हालत बिगड़ने लगी तो उनके पति और परिजनों ने एयर एंबुलेंस से उन्हें किसी बड़े शहर के अस्पताल में शिफ्ट करने की बात की। इसके लिए तैयारी भी की जाने लगी, लेकिन डाक्टरों की टीम ने क्रिटिकल स्थिति के चलते शिफ्टिंग की सलाह नहीं दी। इसके बाद यहीं उनका इलाज चलता रहा और सोमवार सुबह वे नहीं रहीं।
दो साल के बेटे का मनाया था जन्मदिन
अभी फरवरी में ही चंद्रकांत और करिश्मा ने अपने दो साल के बेटे शिवाय का जन्मदिन मनाया था। उनके घर दूसरा मेहमान आने वाला था, इसे लेकर परिवार भी बेहद खुश था। जब कोरोना हुआ तो पहले दिन से ही उनका विशेष ध्यान रखा जा रखा जा रहा था। AIIMS में भी डॉक्टरों की टीम उनकी निगरानी कर रही थीं, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।