कोरोना के बाद जानलेवा महामारी म्यूकरमाइकोसिस के बाद अब गुजरात में एक और गंभीर रोग का खतरा मंडराने लगा है। इस रोग का नाम है गैंग्रीन, जिसके मरीजों की संख्या बढ़ रही है। गैंग्रीन एक ऐसी समस्या है, जिसमें मरीजों की नसों में खून के थक्के जमने लगते है। इसके चलते उस अंग को काटने की नौबत आ जाती है।
कोरोना का इलाज करा चुके मरीजों के साथ अब ऐसी भी समस्या आ रही है। अहमदाबाद में ऐसे कुछ मरीज सामने आए हैं, जो हाल ही में कोरोना से ठीक हुए हैं और अब उन्हें हाथ-पैरों में दर्द होने की समस्या आ रही है। हाल ही में उत्तरी गुजरात के बनासकांठा के भाभर के रहने वाले 26 साल के हीरजी लुहार को गैंग्रीन होने के बाद अपना बायां पैर काटना पड़ा था। अहमदाबाद के वैस्कुलर सर्जन डॉक्टर मनीष रावल के बताए अनुसार मरीज कोरोना पॉजीटिव था और करीब दो हफ्ते पहले ही संक्रमण से मुक्त हुआ था, लेकिन इसके बाद अचानक से उनके बाएं पैर में तेज दर्द होने लगा।
मरीज ने इसे सामान्य तकलीफ समझ लिया, लेकिन पैर सुन्न हो गया तो अस्पताल में भर्ती करवाया गया। हालांकि, अ्स्पताल में भर्ती होने तक काफी देर हो चुकी थी, क्योंकिं गैंग्रीन ने पूरे पैर को चपेट में लेना शुरू कर दिया था, जिससे मरीज की जान बचाने के लिए पैर काटना पड़ा।
ब्लड सर्कुलेशन रुक जाना है गैंग्रीन
गैंग्रीन एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर के किसी अंग में थक्के जमने से ब्लड सर्कुलेशन रुक जाता है। काफी समय तक यही स्थिति रहने पर शरीर का वह अंग निष्क्रिय हो जाता है और ऐसे में उस हिस्से को शरीर से अलग करना पड़ता है। हालांकि, यह रोग कोरोना से पहले का है और इसका ज्यादातर खतरा डायबिटिक मरीजों को होता है। जब डायबिटीज लंबे समय तक अनियंत्रित रहती है तो शरीर के किसी भी अंग पर यह गैंगरीन पैदा कर सकती है।